बेहद खतरनाक हैं UP की स्पेशल टास्क फ़ोर्स, कल्याण सिंह की सुपारी लेने वाले को ढेर करने बनाई गई थी ये टीम

एसटीएफ का नेतृत्व अतिरिक्त महानिदेशक रैंक का अधिकारी करता है, जिसकी सहायता के लिए एक पुलिस महानिरीक्षक होता है। एसटीएफ कई टीमों के रूप में काम करता है, प्रत्येक टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी के अतिरिक्त एसपी करते हैं।

  •  
  • Publish Date - April 13, 2023 / 05:33 PM IST,
    Updated On - April 13, 2023 / 05:33 PM IST

UP Special task force hindi: आज झांसी में हुए अतीक अहमद के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी असद अहमद के एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश की एसटीएफ यानी स्पेशल टास्क फ़ोर्स फिर से चर्चा में हैं। पिछली बार उत्तर प्रदेश पुलिस के इसी स्पेशल टीम ने विकास दुबे का भी एनकाउंटर किया था। इस मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे कथित तौर पर भागने का प्रयास कर रहा था लेकिन उसकी यह कोशिश उसे ही भारी पड़ी और वह एसटीएफ जवानो के गोलियों का शिकार हो गया। ठीक उसी तर्ज पर एसटीएफ के खूंखार पुलिसकर्मियों ने असद का भी एनकाउंटर किया हैं। लिहाजा योगी के इस पुलिस की खूब चर्चा हो रही हैं। आइयें जानते यूपी एसटीएफ के बारे में।

पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, एक लाख के इनामी समेत दो नक्सली गिरफ्तार

यूपी की एसटीएफ का गठन 4 मई, 1998 को लखनऊ में किया गया था। कहा जाता है कि यूपी में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करने का विचार कु्ख्यात माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला पर शिकंजा कसने के लिए आया था। दरअसल, माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला यूपी में पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। उन दिनों श्रीप्रकाश शुक्ला अपराध की दुनिया में बड़ा नाम था। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने एक बार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हत्या की सुपारी ले ली थी।

“कानून-व्यवस्था क्या होती हैं इसकी सीख CM योगी आदित्यनाथ से लेनी चाहिए”, गिरिराज सिंह ने कसा नीतीश पर तंज

UP Special task force hindi: एसटीएफ का नेतृत्व अतिरिक्त महानिदेशक रैंक का अधिकारी करता है, जिसकी सहायता के लिए एक पुलिस महानिरीक्षक होता है। एसटीएफ कई टीमों के रूप में काम करता है, प्रत्येक टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी के अतिरिक्त एसपी करते हैं। सामान्यतया एसटीएफ के द्वारा संचालित सभी कार्यों के प्रभारी एसएसपी होते हैं। एसटीएफ को राज्य के अंदर मौजूद सभी स्थानों पर कार्रवाई करने के लिए अधिकार प्राप्त होते हैं। इसके साथ साथ इसकी टीमें राज्य के बाहर भी कोई कार्रवाई कर सकती हैं। बशर्ते इसके उसे राज्य पुलिस की सहायता लेनी होगी।

पटना स्टेशन में सनसनी मचाने वाली पोर्न स्टार अब हुई ‘रिंकू सिंह’ की दीवानी, बैटिंग देख लिखा स्पेशल मैसेज

UP Special task force hindi स्पेशल टास्क फोर्स के पांच प्रमुख कार्य

  • माफिया गिरोहों के बारे में खुफिया जानकारी का इकट्ठा कर ऐसे गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करना।
  • विघटनकारी तत्वों विशेष रूप से आईएसआई एजेंटों के खिलाफ कार्य योजना तैयार करना और उसका क्रियान्वयन करना।
  • जिला पुलिस के समन्वय से सूचीबद्ध गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करना।
  • डकैतों के गिरोह, विशेष रूप से अंतर जिला गिरोहों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करना।
  • संगठित अपराधियों के अंतर जिला गिरोहों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करना।

हालांकि एटीएस का गठन होने के बाद विघटनकारी गतिविधियों पर रोकथाम के लिए विशेष रूप से आईएसआई एजेंटों पर कार्रवाई का काम एटीएस को दे दिया गया।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें