उप्र: बागपत में नीलामी में बिकी जमीन, मुशर्रफ से जुड़ी होने का किया जा रहा दावा |

उप्र: बागपत में नीलामी में बिकी जमीन, मुशर्रफ से जुड़ी होने का किया जा रहा दावा

उप्र: बागपत में नीलामी में बिकी जमीन, मुशर्रफ से जुड़ी होने का किया जा रहा दावा

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Modified Date: November 14, 2024 / 06:36 PM IST
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Published Date: November 14, 2024 6:36 pm IST

बागपत (उप्र),14 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में तीन लोगों ने कोताना में स्थित शत्रु संपत्ति के अंतर्गत आने वाली दो हेक्टेयर जमीन नीलामी में खरीद ली है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

दावा किया जा रहा है कि नीलामी में बिकी जमीन पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत परवेज मुशर्रफ से जुड़ी है।

जिले के अपर जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) पंकज वर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि तीन लोगों ने ऑनलाइन नीलामी के जरिये एक करोड़ 38 लाख 16 हज़ार रुपये में आठ प्लॉट वाली कुल 13 बीघा जमीन खरीदी है और कुल रकम का 25 फीसदी पैसा जमा कर कर दिया है।

सोशल मीडिया पर, नीलाम संपत्ति मुशर्रफ के परिजनों की बतायी जा रही है।

हालांकि, वर्मा के अनुसार इसका कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है और न ही कोई ऐसा कोई सबूत मिला है कि नूरू नामक व्यक्ति मुशर्रफ का परिजन था।

उन्होंने कहा, “राजस्व अभिलेख में यह शत्रु सम्पत्ति नूरू के नाम से दर्ज है। हालांकि दस्तावेजों में नूरू और मुशर्रफ के बीच किसी संबंध के बारे में जानकारी नहीं है। रिकॉर्ड में केवल इतना पता चला है कि नूरु इस संपत्ति का मालिक था, जो 1965 में पाकिस्तान चला गया था।’

वर्मा ने बताया कि धन जमा करने के बाद खरीदारों के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज हो जाएंगे।

एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि मुशर्रफ के दादा कोटाना में रहते थे जबकि मुशर्रफ का जन्म दिल्ली में हुआ था और वह कभी बागपत नहीं आए।

अपर जिलाधिकारी वर्मा ने कहा कि मुशर्रफ के पिता सैयद मुशर्रफुद्दीन और मां जरीन बेगम कभी इस गांव में नहीं रहे, लेकिन उनके चाचा हुमायूं लंबे समय तक यहां रहे।

उन्होंने कहा कि गांव में एक घर भी है, जहां हुमायूं आजादी से पहले रहते थे। साल 2010 में इस जमीन को शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया था।

भाषा सं जफर सलीम जोहेब

जोहेब

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)