उप्र: पुलिस चौकी में घुसकर न्यायाधीश ने बचाई जान, मामला दर्ज |

उप्र: पुलिस चौकी में घुसकर न्यायाधीश ने बचाई जान, मामला दर्ज

उप्र: पुलिस चौकी में घुसकर न्यायाधीश ने बचाई जान, मामला दर्ज

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Modified Date: November 11, 2024 / 07:54 PM IST
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Published Date: November 11, 2024 7:54 pm IST

अलीगढ़/नोएडा (उप्र), 11 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में तैनात एडीजे ने खुद को जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाते हुए दावा किया कि कुख्यात गैंगस्टर रवि काना के बड़े भाई हरेंद्र प्रधान की हत्या के मामले में सुंदर भाटी और उसके गिरोह से जुड़े लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाने की वजह से उनके साथ ऐसा किया गया है।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) अनिल कुमार सिंह ने कहा कि एक सफेद एसयूवी में सवार पांच अज्ञात हथियारबंद लोगों ने जट्टारी के पास उनके वाहन को रोकने की कोशिश करके गोली चलाने की कई कोशिश कीं।

उन्होंने कहा कि वह हमलावरों से बचकर अलीगढ़-टप्पल राजमार्ग पर एक पुलिस चौकी पर पहुंचे।

पुलिस के अनुसार यह घटना 29 अक्टूबर को हुई थी, लेकिन सिंह ने नौ नवंबर को अलीगढ़ के खैर पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई।

पुलिस ने कहा कि हत्या के प्रयास समेत विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है।

घटना की सूचना देने में न्यायाधीश की देरी ने सवाल खड़े किए, लेकिन उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को दी गई अपनी शिकायत में स्पष्ट किया कि उनका मानना है कि इस हमले की योजना नोएडा स्थित कुख्यात सुंदर भाटी गिरोह ने बनाई थी।

प्राथमिकी में एडीजे ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘ पांच अज्ञात व्यक्तियों ने जानबूझकर मुझे आतंकित किया और जान से मारने के इरादे से हमला किया।”

उन्होंने कहा, “मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है। लेकिन जिला न्यायालय गौतम बुद्ध नगर में अपर सत्र न्यायाधीश के रूप में अपनी तैनाती के दौरान मैंने अप्रैल, 2021 में 2015-2016 के कई मामलों का फैसला किया था। इनमें, आरोपी सुंदर भाटी और उसके गिरोह के 11 सदस्यों को दोषी ठहराना और आजीवन कारावास की सजा सुनाना शामिल है।”

एडीजे ने अंदेशा जताते हुए कहा, ‘मुझे संदेह है कि सुंदर भाटी और उसके गिरोह के सदस्यों ने अपनी दोष सिद्धि और सजा का बदला लेने के लिए मुझ पर हमला करने की साजिश रची है, क्योंकि इन लोगों को लंबे समय से आपराधिक पृष्ठभूमि होने के बावजूद कभी भी दोषी नहीं ठहराया गया।’

सिंह ने कहा कि उन्होंने घटना की रात स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी, अलीगढ़ एसएसपी के जनसंपर्क अधिकारी और खैर के प्रभारी निरीक्षक को मौखिक रूप से सूचित किया था।

इस बीच, स्थानीय पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) एनके सिंह ने बताया कि नौ नवंबर को खैर पुलिस थाना में मामला दर्ज किया।

उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा नामित माफिया और हत्या, लूट और जबरन वसूली समेत 40 से अधिक आपराधिक मामलों में आरोपी सुंदर भाटी मुख्य रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय था और उसके गिरोह का आधार गौतम बुद्ध नगर में था।

भाषा सं आनन्द जोहेब

जोहेब

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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