लखनऊ/बहराइच (उप्र), 15 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच जिले में दो दिन पहले हुई सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक के परिवारवालों से मंगलवार को मुलाकात की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जनपद बहराइच की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में काल-कवलित हुए युवक के शोक संतप्त परिजनों से आज लखनऊ में भेंट की। दुःख की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आश्वस्त रहें, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना उत्तर प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इस घोर निंदनीय और अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।’’
उप्र के सूचना विभाग ने एक फोटो भी सोशल मीडिया पर साझा किया जिसमें मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पीड़ित परिवार के साथ अपने कार्यालय में बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
इससे पहले मंगलवार सुबह महसी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक सुरेश्वर सिंह ने बताया कि बहराइच जिले के महसी तहसील के रेहुआ मंसूर गांव के पास महाराजगंज इलाके में रविवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्रा के परिवार के सदस्य मंगलवार को दोपहर में लखनऊ में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे।
सिंह ने बताया था, ‘‘उन्होंने (मिश्रा के परिवार ने) मुख्यमंत्री से न्याय की मांग की है। इसके अलावा, मुझे नहीं पता कि वे मुख्यमंत्री से क्या मांग करेंगे। लेकिन, यह तय है कि उन्हें उम्मीद से ज्यादा मिलेगा।’’
उन्होंने कहा कि राम गोपाल मिश्रा की पत्नी रोली मिश्रा, उनके पिता कैलाशनाथ मिश्रा, माता मुन्नी देवी और चचेरे भाई किशन मिश्रा के मुख्यमंत्री से मिलने की संभावना है।
लखनऊ रवाना होने से पहले मिश्रा के परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से न्याय की मांग करने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किशन ने ही घायल राम गोपाल मिश्रा को घटनास्थल से बाहर निकाला था।
मृतक की पत्नी रोली मिश्रा ने कहा, ‘‘जिस तरह से उसने मेरे पति की हत्या की है, उसे भी उसी तरह से सजा मिलनी चाहिए।’’
इस बीच, अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘स्थिति नियंत्रण में है।’’
बहराइच में रविवार को देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और पथराव तथा गोलीबारी में लगभग छह लोग घायल हो गए थे।
सोमवार को परिवार और अन्य लोग राम गोपाल मिश्रा के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस दौरान कुछ लोगों के पास लाठी-डंडे भी थे। हिंसा के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था, दुकानें जला दी गईं और गुस्साई भीड़ सड़कों पर उतर आई थी।
मिश्रा का अंतिम संस्कार भारी सुरक्षा के बीच किया गया।
एहतियात के तौर पर बहराइच जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
भाषा सं जफर मनीषा खारी
खारी
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