स्नान के लिए 'असुरक्षित' गंगाजल प्रधानमंत्री के प्रयासों से आचमन योग्य बना : योगी आदित्यनाथ |

स्नान के लिए ‘असुरक्षित’ गंगाजल प्रधानमंत्री के प्रयासों से आचमन योग्य बना : योगी आदित्यनाथ

स्नान के लिए 'असुरक्षित' गंगाजल प्रधानमंत्री के प्रयासों से आचमन योग्य बना : योगी आदित्यनाथ

:   Modified Date:  November 15, 2024 / 10:23 PM IST, Published Date : November 15, 2024/10:23 pm IST

वाराणसी, (उप्र) 15 नवंबर (भाषा) उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पहले जहां गंगा जल को स्नान के लिए भी असुरक्षित माना जाता था, वहीं आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नमामि गंगे परियोजना के तहत किए गए प्रयासों के कारण यह जल आचमन के योग्य हो गया है।

शुक्रवार को उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यहां नमो घाट का उद्घाटन किया। इस मौके पर आयोजित उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह देव दीपावली के इस अद्वितीय पर्व के साक्षी बन रहे हैं।

उन्होंने गुरु नानक देव जी के 555 वें प्रकाश पर्व और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजाति गौरव दिवस की सभी को शुभकामनाएं दीं।

इस मौके पर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए देव दीपावली के साथ ही गुरु नानक की 555वां जयंती प्रकाश पर्व पर लोगों को शुभकामनाएं दी और नमो घाट पर बने हाथ का नमस्ते मुद्रा का जिक्र करते हुए कहा कि यह 350 टन स्टील एवं 50 टन अष्ट धातु से बनाया गया है तथा नमो घाट को माडल के रूप में विकसित किया गया है।

योगी ने काशी के विकास की सराहना करते हुए कहा,‘‘पिछले दस वर्षों में काशी ने अपने रूप और पहचान में अद्भुत बदलाव को देखा है। पहले जहां गंगा के जल को स्नान के लिए भी असुरक्षित माना जाता था, वहीं आज प्रधानमंत्री मोदी और नमामि गंगे परियोजना के तहत किए गए प्रयासों के कारण यह जल आचमन के योग्य हो गया है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसे ‘नमो घाट’ के रूप में जाना जाता है, उसे काशी की जनता ‘नरेन्द्र मोदी घाट’ कहकर प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपना आभार प्रकट करती है।

योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से काशी की पहचान अब उसके स्वच्छ और सुंदर घाटों, विश्वनाथ धाम, चौड़ी फोर लेन और सिक्स लेन सड़कों, उत्कृष्ट ट्रेन कनेक्टिविटी और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसी तमाम परियोजनाओं से होती है।

उन्होंने विशेष रूप से नमो घाट का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल एक घाट नहीं है बल्कि एक अद्वितीय स्थल है और अब यह सबसे सुंदर एवं लंबा घाट बन चुका है।

देव दीपावली को देवताओं की दीपावली बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से यह पर्व अब वैश्विक मंच पर विशेष पहचान बना चुका है।

इस अवसर पर उपराष्ट्रपति की पत्नी सुदेश धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, प्रदेश के स्टाम्प एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

हरदीप पुरी ने कहा कि पहले यहां के गंगा में डीजल के नाव संचालन से प्रदूषण होता रहा, लेकिन सभी नावों को सीएनजी में परिवर्तित किया गया, इससे जहां गंगा को प्रदूषण से मुक्त कराया गया, वही यहां के नाविकों को भी रोजगार के वृहद अवसर उपलब्ध कराया गया।

उन्‍होंने कहा कि नमो घाट पर सीएनजी स्टेशन के साथ ही प्रधानमंत्री के निर्देश पर गंगा नदी में ‘फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन’ एवं ‘फ्लोटिंग मोबाइल चार्जिंग स्टेशन’ भी बनाया गया है।

बयान के अनुसार नमो घाट पर स्थित नमो मुद्रा के समीप पांच-पांच दीप प्रज्ज्वलित कर सभी अतिथियों ने काशी में देव दीपावली महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। वहीं समारोह की शुरुआत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हुई, जिसमें ओडिशा के कलाकारों के ग्रुप ने ‘नमो नमो’ गीत पर नृत्य किया। इसके बाद, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के कलाकारों ने कुचीपुड़ी डांस फॉर्म में ‘कॉस्मिक शिवा’ थीम पर प्रस्तुति दी, जिससे उपस्थित दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।

भाषा आनन्द

राजकुमार

राजकुमार

 

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