गाजियाबाद में यातायात जाम और मारपीट के आरोप में अज्ञात वकीलों पर मुकदमा |

गाजियाबाद में यातायात जाम और मारपीट के आरोप में अज्ञात वकीलों पर मुकदमा

गाजियाबाद में यातायात जाम और मारपीट के आरोप में अज्ञात वकीलों पर मुकदमा

:   Modified Date:  November 13, 2024 / 08:51 PM IST, Published Date : November 13, 2024/8:51 pm IST

गाजियाबाद, 13 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में जनपद न्यायाधीश के तबादले और निलंबन की मांग को लेकर यातायात जाम करने के आरोप में अज्ञात वकीलों के खिलाफ दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किये गये हैं।

वकीलों ने गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के बहिष्कार का भी एलान किया है। वे 16 नवंबर को महापंचायत करेंगे जिसमें वे अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे।

पुलिस उपायुक्त (नगर) राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को वकीलों ने दोपहर में दो घंटे तक पुलिस कार्यालय और कविनगर कॉलोनी की सर्विस रोड को जाम कर रास्ता जाम किया। इस दौरान उन्होंने जिला न्यायाधीश अमन कुमार का पुतला फूंका तथा उनके खिलाफ नारेबाजी की।

उन्होंने बताया कि वकील जिला न्यायाधीश तथा 29 अक्टूबर को अदालत परिसर में उन पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के तबादले और निलंबन की मांग कर रहे हैं।

सिंह ने बताया कि इन दोनों ही मामलों में मंगलवार रात कविनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।

उन्होंने बताया कि पहली प्राथमिकी प्रताप विहार कॉलोनी निवासी दुर्वेश चंद शर्मा (30) ने दर्ज कराई थी। शर्मा ने उसमें आरोप लगाया है कि मंगलवार को जब वह अपने घर जाने की कोशिश कर रहा था तो पुलिस कार्यालय के पास सर्विस रोड पर कुछ अज्ञात वकीलों ने उसके साथ मारपीट की और ईंटों से उसकी कार का शीशा तोड़ दिया।

सिंह ने बताया कि अज्ञात वकीलों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 126 (गलत तरीके से रोकना), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 324 (4) (शरारत) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

उन्होंने बताया कि इसी थाने में तरुण तोमर (30) ने अज्ञात वकीलों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2) (दंगा), 189(2) (अवैध रूप से एकत्र होना), 126 (गलत तरीके से रोकना) के तहत एक और प्राथमिकी दर्ज कराई है।

इसके अलावा गाजियाबाद के वकीलों की मांगों के समर्थन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के वकीलों ने अपने जिलों में धरना दिया और प्रमुख सड़कों पर रास्ता जाम कर दिया।

जिला बार के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने ‘पीटीआई—भाषा’ को बताया कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वकील आगामी उपचुनाव का सभी जिलों में कार्य बहिष्कार करेंगे।

शर्मा ने कहा कि हड़ताल 16 नवंबर को होने वाली 22 जिलों के वकीलों की महापंचायत तक जारी रहेगी।

भाषा

सं, सलीम, रवि कांत रवि कांत

 

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