मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर शनिवार से शुरु होगा पांच दिवसीय श्रीकृष्ण जन्मोत्सव |

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर शनिवार से शुरु होगा पांच दिवसीय श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर शनिवार से शुरु होगा पांच दिवसीय श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

:   Modified Date:  August 23, 2024 / 09:14 PM IST, Published Date : August 23, 2024/9:14 pm IST

मथुरा (उप्र), 23 अगस्त (भाषा) मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भगवान के जन्मोत्सव के विभिन्न कार्यक्रम शनिवार से ही शुरु होंगे, जो अगले सप्ताह बृहस्पतिवार तक चलेंगे।श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा समिति के सचिव कपिल शर्मा एवं सदस्य गोपेश्वर चतुर्वेदी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि इस बार जन्माष्टमी पर्व से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पुरातन वैभव व स्वरूप प्राप्ति के संकल्प के साथ किया जाएगा।

चतुर्वेदी ने बताया कि योगेश्वर श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर भगवान का जन्मोत्सव शास्त्रीय मर्यादाओं एवं परंपराओं के अनुसार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तदनुसार दिनांक 26 अगस्त 2024 (सोमवार) को मनाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए सभी तैयारियॉं एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। ऐसे में भगवान के श्रृंगार, पोषाक, मंदिर की साज-सज्जा एवं व्यवस्थाएं नयनाभिराम बनाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।

चतुर्वेदी ने बताया कि जनभावनाओं के अनुरुप इस बार जन्मोत्सव का संकल्प ‘ श्रीकृष्ण-जन्मभूमि के पुरातन वैभव व स्वरूप प्राप्ति’ का होगा।

पदाधिकारी ने कहा कि यह वह दौर है कि जब मथुरावासी एवं भगवान श्रीकृष्ण के दुनियाभर में फैले करोड़ों भक्तजनों के मन में एक ही कामना है कि जिस प्रकार अयोध्या में भगवान राम के भव्य एवं दिव्य मंदिर के संकल्प पूर्ण होकर उनकी प्राण-प्रतिष्ठा की गई है। उसी प्रकार, मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का भव्य मंदिर उनके मूल स्थान पर बनाकर वहां उनकी भव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो।

उन्होंने श्रद्धालुओं की अपील की है कि जिला प्रशासन ने जन्मभूमि के सभी संपर्क मार्गो पर जूताघर एवं सामान घर की व्यवस्था की है, इसलिए वे अपने जूते-चप्पल, बैग आदि सामान ठहरने के स्थान पर ही छोड़कर आएं, क्योंकि सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर प्रवेश गोविंद नगर स्थित उत्तरी द्वार से मिलेगा और निकासी पूर्वी यानी मुख्य द्वार से होगी।

पदाधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के आसपास एवं मुख्य स्थलों पर चिकित्सा शिविर एवं खोया-पाया शिविर भी संचालित किए जाएंगे।

भाषा सं जफर

धीरज

धीरज

 

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