Reported By: Nasir Gouri
, Modified Date: November 26, 2024 / 10:07 AM IST, Published Date : November 26, 2024/10:07 am ISTमऊरानीपुर: Tel Laga ke Dabur ka Naam Mita do Babar ka बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू एकता यात्रा का आज छठवां दिन है। यात्रा की शुरुआत 21 नवंबर से हुई थी। यात्रा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री के पैरों में छाले पड़ गए, बावजूद इसके यात्रा अनवरत जारी है। यात्रा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री का बयान सामने आ रहा है। धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा उत्तर प्रदेश के मऊरानीपुर पहुंच चुकी है और यहां उन्होंने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है।
Tel Laga ke Dabur ka Naam Mita do Babar ka धीरेंद्र शास्त्री ने मंगलवार को मऊरानीपुर में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जात पात कोई पूछे न कोई, जो हरि के पूछे वो हरि का होई। ये यात्रा 100 करोड़ हिंदुओं की यात्रा हो रही है। हिंदुओं तुम इसी तरह जागे तो कोई तुम्हें आंख उठाकर देख नही सकता है। कुछ हिंदुओं का तो हाल ऐसा है कि वो सो नहीं रहे हैं, लेकिन सोने का नाटक र रहे हैं। हिंदुओं को घर से निकलना मुश्किल है। अब हिंदू राष्ट्र बनाना है।
उन्होंने आगे कहा कि तुम अगर सड़कों पर नहीं आओगे, घर से नहीं निकलोग तो पाकिस्तान, बंगलादेश की तरह निकले जाओगे। जहां उनकी संख्या ज्यादा है, वहां हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं है, तेजाब फेंक देते हैं, सीटियां बजाते है। तो अब ये ठान लोग ‘तेल लगा दो डाबर का, नाम मिटा दो बाबर का”।
बता दें कि एक दिन पहले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि, अभी नहीं जागे तो कभी नहीं पाएंगे। लव जिहाद जैसी घटनाएं हो रही है। हम हिंदुओं की बहन, बेटियां सुरक्षित नहीं है। हमें गोलियाँ से नहीं बोलियाँ से लड़ना है। बागेश्वर बाबा ने ‘जात पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई..’ का श्लोगन बोलते हुए कहा कि, न कोई बड़ा है, न कोई छोड़ा है। हम सब एक है और एक रहेंगे। एक रहेंगे तभी सनातन संस्कृति रहेगी। धर्म विरोधी ताक़त को खत्म करना है। हम अकेले रहेंगे तो भारत छोड़कर भागना पड़ेगा और एक साथ रहेंगे तो धर्म विरोधियों को भारत छोड़कर भागना होगा।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, जैसे मंदिर के बाहर लिखा होता है, जूते चप्पल बाहर उतारो, वैसे ही ये लिखा होना चाहिए जातपात भी छोड़कर आना चाहिए। बता दें कि, बाबा बागेश्वर ने सभी भक्तों को शपथ भी दिलाई। बागेश्वर बाबा ने कहा कि, मंगलवार और शनिवार को मंदिर जाएंगे और अपने बच्चों को गीता का स्मरण कराएंगे। अंतिम सांस तक सनातन संस्कृत का प्रचार करेंगे। जीवनभर ब्रह्म, विष्णु, महेश की पूजा करेंगे। गाय, गंगा, गीता, गायत्री, गुरु का आदर करेंगे। जीवनभर अंतिम सांस तक हिंदुत्व को जियेंगे और मरेंगे।
मेरठ में पुलिस मुठभेड़ के बाद तीन बदमाश गिरफ्तार
2 hours ago