लखनऊ, 10 अक्टूबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) ने बृहस्पतिवार को योगी आदित्यनाथ सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने यहां गोमती नगर में जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के द्वार कथित तौर पर टिन की चादरों से ढक दिए, ताकि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को वहां आने से रोका जा सके।
शुक्रवार यानी 12 अक्टूबर को समाजवादी नेता की जयंती है।
पिछले साल सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जेपीएनआईसी के द्वार पर चढ़कर परिसर में स्थित जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना पड़ा था।
सपा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें कुछ श्रमिक जेपीएनआईसी के मुख्य द्वार के सामने टिन की चादरें लगाते नजर आ रहे हैं और पार्टी ने इस कदम की निंदा की।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर पार्टी ने कहा, ‘‘निकम्मी भारतीय जनता पार्टी सरकार, लोकतंत्र पर निरंतर प्रहार कर रही है।’’
पार्टी ने अवरोधक लगाने को भाजपा की ‘‘गंदी राजनीति’’ का नमूना बताया।
सपा ने कहा, ‘‘इस जनविरोधी सरकार ने लखनऊ में बने जेपीएनआईसी जैसे विकास कार्य को बर्बाद करके महापुरुषों का अपमान किया है। समाजवादी इन तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं।’’
अखिलेश यादव ने भी ‘एक्स’ पर यही वीडियो साझा कर कहा, ‘‘किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं।’’
जेपीएनआईसी का उद्घाटन अखिलेश यादव ने 2016 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान किया था। हालांकि, 2017 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद इमारत का काम बंद हो गया।
इस केंद्र में जयप्रकाश नारायण व्याख्या केंद्र (संग्रहालय) के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी हैं।
भाषा चंदन जफर खारी
खारी
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