शहजादी मामला : सपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया |

शहजादी मामला : सपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया

शहजादी मामला : सपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया

:   Modified Date:  September 9, 2024 / 04:37 PM IST, Published Date : September 9, 2024/4:37 pm IST

बांदा, नौ सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने दुबई में मौत की सजा का सामना कर रही गोयरा मुगली गांव की शहजादी नामक युवती को भारत वापस लाने के लिए राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन यहां जिलाधिकारी को सौंपा गया। यह जानकारी सपा के एक पदाधिकारी ने दी।

सपा के बांदा जिलाध्यक्ष डॉ. मधुसूदन कुशवाहा ने बताया कि पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है, जिसमें फांसी की सजा का सामना कर रही गोयरा मुगली गांव की 29 वर्षीय शहजादी को दुबई की अबु धाबी जेल से मुक्त कराकर वापस भारत लाने की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है कि आगरा के एक व्यक्ति ने छल से उसे पर्यटक वीजा पर दुबई भेजा और वहां उसे एक बच्चे के कत्ल के इल्जाम में फांसी की सजा सुना दी गई, जबकि वह निर्दोष है।

सपा जिलाध्यक्ष कुशवाहा ने कहा कि आज (सोमवार को) अबु धाबी के शहजादे शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे हैं और भारत सरकार को उनसे शहजादी मसले पर बात करना चाहिए।

बबेरु से सपा विधायक विश्वंभर सिंह यादव ने कहा कि गोयरा मुगली गांव की शहजादी नामक युवती को इलाज के बहाने दुबई भेजकर दूसरों को सौंप दिया गया और साजिश के तहत एक बच्चे की मौत के मामले में फंसाकर उसे मौत की सजा सुना दी गई है। उन्होंने मांग की कि भारत सरकार अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर उसे वापस लाए।

जिले के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव के रहने वाले शब्बीर ने बताया था कि दुबई में अबू धाबी की अलबतवा जेल में बंद उसकी बेटी शहजादी (29) ने रविवार को जेल से फोन कर उन्हें बताया कि 20 सितंबर के बाद उसे कभी भी फांसी दी जा सकती है।

शब्बीर ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सोमवार को ईमेल के जरिए पत्र भेजकर बेटी शहजादी की जान बचाने की गुहार लगाई है।

शब्बीर के मुताबिक, उसकी बेटी शहजादी का बचपन में चेहरा जल गया था। वह लॉक डाउन के दौरान बांदा की ‘रोटी बैंक’ नामक संस्था में काम करती थी। इसी दौरान आगरा के रहने वाले उजैर से फ़ेसबुक के जरिए उसकी दोस्ती हुई जिसने उसे नवंबर 2021 में इलाज के बहाने दुबई भेज दिया था।

उसने बताया कि दुबई में रह रहे उजैर के एक रिश्तेदार के बच्चे की हत्या के आरोप में उसकी बेटी शहजादी को फंसाया गया है।

शब्बीर ने बताया कि बेटी को फांसी की सजा की जानकारी उसे 2023 में मिली थी, तब से वह भारत सरकार से बेटी की जान बचाने की गुहार लगा रहा है।

इस बीच, विवेचना अधिकारी (आईओ) मोहम्मद अकरम ने बताया था कि शहजादी के मामले में उजैर, उसका फूफा फैज, बुआ नाजिया और नाजिया की सास अंजुम सहाना बेगम आरोपी हैं।

उनके अनुसार, पीड़िता और आरोपियों के बयान दर्ज करने के लिए जल्द ही भारत में स्थित दुबई दूतावास को पत्राचार किया जाएगा।

भाषा सं जफर मनीषा रंजन

रंजन

 

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