बहराइच में अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप में चौकी प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मी निलंबित |

बहराइच में अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप में चौकी प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मी निलंबित

बहराइच में अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप में चौकी प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मी निलंबित

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Modified Date: January 12, 2025 / 05:18 PM IST
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Published Date: January 12, 2025 5:18 pm IST

बहराइच (उप्र), 12 जनवरी (भाषा) बहराइच जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने अनुशासनहीनता, लापरवाही, लोगों को परेशान करने, पुलिस की छवि खराब करने और अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन न करने के आरोप में एक पुलिस चौकी के प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

यह कार्रवाई जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र में लखीमपुर जिले की सीमा पर स्थित जालिम नगर पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों पर की गयी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार दो और तीन जनवरी की रात को एक ट्रक ने चौकी में टक्कर मार दी, जिससे चौकी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी। घटना के बाद थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी।

उनके मुताबिक, दो दिन पहले पुलिस महानिरीक्षक (देवीपाटन मंडल) अमित पाठक ने एसपी राम नयन सिंह के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया था।

सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों के व्यवहार को लेकर कुछ अनियमितताएं सामने आईं तथा प्रारंभिक जांच में पुलिसकर्मियों का आचरण संदिग्ध लगा, जिस पर एसपी ने तत्काल कार्रवाई की।

उन्होंने बताया कि पुलिस चौकी प्रभारी दिनेश बहादुर, मुख्य आरक्षी नरसिंह, रामानंद व रामसुमेर तथा सिपाही गौरव कुमार, धर्मजीत और अवनीश कुमार सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।

पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह ने पत्रकारों को बताया कि यह कार्रवाई विधिक प्रक्रिया में बाधा डालने, प्रकरण से संबंधित लोगों को परेशान करने, पुलिस की छवि को धूमिल करने, अपने पदीय दायित्वों को नहीं निभाने और अनुशासनहीनता समेत अन्य आरोपों में की गयी है।

अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि तीन जनवरी को जालिम नगर चौकी पर हुए हादसे के बाद यह बात सामने आई है कि पुलिस ने जांच के दौरान ट्रक चालक और मालिक को बेवजह परेशान किया।

उन्होंने जोर देते हुए कहा, ‘पुलिस का काम लोगों की मदद करना है, उन्हें गुमराह करके परेशानी खड़ी करना नहीं। हर जांच मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत की जाती है, लेकिन इस मामले में एसओपी की अनदेखी की गयी और वाहन मालिक और चालक को बेवजह परेशान किया गया।’

एएसपी ने कहा कि आगे की जांच जारी है।

भाषा सं आनन्द नोमान

नोमान

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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