Reported By: Vijendra Pandey
,मऊरानीपुर(यूपी): Security of Dhirendra Shastri हिंदुओं की जागरूक करने बागेश्वर धाम सिद्ध पीठ से रामराजा सरकार की नगरी ओरछा के लिए बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा निकाल रहे हैं। आज उनकी यात्रा का छठवां दिन है। धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा उत्तर प्रदेश के मऊरानीपुर पहुंच चुकी है। इसी बीच अब यात्रा के दौरान उन पर हमले की खबर है। यात्रा में फूलों से स्वागत करने के दौरान किसी ने उन पर मोबाइल फेंक दिया है। मोबाइल उनके चेहरे पर लगी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
Security of Dhirendra Shastri बाबा बागेश्वर पर मोबाइल फेंके जाने को लेकर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। अब उनकी सुरक्षा घेर के बात करें तो बाबा बागेश्वर को सरकार की ओर से Y कैटेगिरी की सुरक्षा दी गई है। इसके अलावा उनके पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात रहते हैं। 4 लेयर की सिक्योरिटी में चलने वाले बाबा बागेश्वर के सुरक्षा घेरे में सबसे पहले 6 पिस्टलधारी पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड रहते हैं। वहीं दूसरे लेयर में 60 बाउंसर तैनात रहते हैं। हालांकि यह 28-28 की संख्या में 2 शिफ्ट में ड्यूटी करते हैं। इसके अलावा वर्तमान में यात्रा को देखते यूपी पुलिस की ओर से 2 सीएसपी, एक एएसपी और 30 जवान सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। वहीं MP पुलिस के 2 एसडीओपी और 2 एसआई तैनात है।
Pandit Dhirendra Shastri Latest News इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा ने आज यानी मंगलवार को ही बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जात पात कोई पूछे न कोई, जो हरि के पूछे वो हरि का होई। ये यात्रा 100 करोड़ हिंदुओं की यात्रा हो रही है। हिंदुओं तुम इसी तरह जागे तो कोई तुम्हें आंख उठाकर देख नही सकता है। कुछ हिंदुओं का तो हाल ऐसा है कि वो सो नहीं रहे हैं, लेकिन सोने का नाटक र रहे हैं। हिंदुओं को घर से निकलना मुश्किल है। अब हिंदू राष्ट्र बनाना है। उन्होंने आगे कहा कि तुम अगर सड़कों पर नहीं आओगे, घर से नहीं निकलोग तो पाकिस्तान, बंगलादेश की तरह निकले जाओगे। जहां उनकी संख्या ज्यादा है, वहां हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं है, तेजाब फेंक देते हैं, सीटियां बजाते है। तो अब ये ठान लोग ‘तेल लगा दो डाबर का, नाम मिटा दो बाबर का”।
धीरेंद्र शास्त्री अपनी हिंदू एकता पदयात्रा को 29 नवंबर को समाप्त करेंगे। इन 9 दिनों में वह करीब 160 किमी की दूरी तय करेंगे और रास्ते में रुक-रुककर लोगों से बातचीत करते हुए उन्हें एक रहने के लिए समझाएंगे। उनके साथ उनके हजारों भक्त भी चलेंगे। वह रोजाना 20 किमी पैदल चलेंगे।