लखनऊ, नौ अक्टूबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश की छह विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए बुधवार को अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान किया।
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीट पर साल के आखिर में उपचुनाव होने हैं। हालांकि, अभी उपचुनाव के लिए तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
जानकार हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों की घोषणा के एक दिन बाद सपा के इस कदम को सहयोगी कांग्रेस के लिए झटके के तौर पर देख रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 10 सीट पर प्रस्तावित विधानसभा उपचुनावों में पांच सीट पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है।
हरियाणा में कांग्रेस 90 में से 37 सीट जीतकर दूसरे स्थान पर रही, जबकि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन 90 में से 49 सीट पर कब्जा जमाने में सफल रहा। हालांकि, केंद्र-शासित प्रदेश में कांग्रेस के खाते में केवल सात सीट गईं।
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे का फैसला पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव करेंगे। सपा ने बुधवार को करहल (मैनपुरी), सीसामऊ (कानपुर नगर), मिल्कीपुर (अयोध्या), कटेहरी (अंबेडकरनगर), फूलपुर (प्रयागराज) और मझवां (मिर्जापुर) सीट पर उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए। फूलपुर और मझवां उन पांच सीट में शामिल हैं, जिन पर कांग्रेस चुनाव लड़ने की मांग कर रही है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख अजय राय ने कहा, ‘हमने 10 में से पांच सीट पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव हाईकमान को सौंपा है। ये वे सीट हैं, जिन पर पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत दर्ज की थी।’
सपा उम्मीदवारों के नाम के एलान पर राय ने कहा, ‘मुझे जो कुछ भी कहना था, कह दिया है।’
सपा ने सीसामऊ से विधायक रह चुके इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है। एक आपराधिक मामले में सजा सुनाए जाने के बाद इरफान की सदस्यता खत्म किए जाने की वजह से यह सीट खाली हुई है।
वहीं, मिल्कीपुर में पार्टी ने फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है। यह सीट अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के कारण रिक्त हुई है।
सपा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया कि करहल से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा जाएगा। वर्ष 2022 में यह सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जीती थी, लेकिन इस साल हुए लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से सांसद चुने जाने के चलते उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। लिहाजा अब इस सीट पर उपचुनाव कराया जाएगा।
सपा ने फूलपुर सीट से मुस्तफा सिद्दीकी, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझवां से डॉ. ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया है। ज्योति बिंद पार्टी नेता रमेश बिंद की बेटी हैं, जो इस साल लोकसभा चुनाव में मिर्जापुर संसदीय सीट से अपना दल (सोनेलाल) की उम्मीदवार अनुप्रिया पटेल से हार गए थे।
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीट-कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) पर उपचुनाव होने हैं।
इनमें से नौ सीट वर्ष 2022 में उन पर निर्वाचित हुए विधायकों के इस साल लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई हैं।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के प्रमुख घटक दल सपा ने कहा है कि वह सहयोगी कांग्रेस के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस उपचुनाव वाली पांच सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने की इच्छुक है। हालांकि, उसने हरियाणा विधानसभा चुनाव में सपा को एक भी सीट नहीं दी थी।
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी सीट पर सपा ने कब्जा किया था, जबकि फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। मीरापुर सीट राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के खाते में गई थी, जो उस समय सपा की सहयोगी थी।
इस बीच, हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित भाजपा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनावों के लिए सपा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा पर कटाक्ष किया।
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ”सपा की सूची हरियाणा चुनाव के नतीजों का असर है। सपा ने कांग्रेस के दावेदारी वाली सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर पार्टी को उसकी हैसियत बता दी है। हरियाणा चुनाव के नतीजों ने भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया है और उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनावों में भाजपा गठबंधन सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगा।”
भाषा
सलीम जफर पारुल
पारुल
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