लखनऊ, 12 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश में लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय (सीसीएसआई) हवाई अड्डे ने बुधवार को कहा कि वह एक मार्च से 15 जुलाई तक रनवे की रीकार्पेटिंग का काम करेगा जिसके कारण इस अवधि के दौरान उड़ानों का परिचालन प्रभावित रहेगा।
लखनऊ में चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय (सीसीएसआई) हवाई अड्डे ने रनवे 09/27 के लिए रीकार्पेटिंग परियोजना की घोषणा की है, जो एक मार्च को शुरू होगी और 15 जुलाई तक पूरी होगी।
इस पहल का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाना और हवाई अड्डे के संचालन की दक्षता में सुधार करना है।
हवाई अड्डे द्वारा जारी किये गये एक बयान के अनुसार, ‘प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम छह बजे के बीच होने वाले रीकार्पेटिंग कार्य के दौरान, निर्धारित उड़ानें सुबह 10 बजे से पहले और शाम छह बजे के बाद संचालित होंगी, ताकि व्यवधानों को कम किया जा सके। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी एयरलाइनों से उड़ान के समय की जांच करें और उसी के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं।’
रीकार्पेटिंग कार्य से दैनिक उड़ान संचालन पर थोड़ा असर पड़ेगा, जिससे प्रतिदिन संचालित होने वाली उड़ानों की संख्या 140 से घटकर 132 रह जाएगी। हालांकि, परियोजना के दौरान निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए हवाई अड्डे ने एक व्यापक योजना लागू की है।
अपग्रेड के हिस्से के रूप में सीसीएसआई हवाई अड्डा एक अतिरिक्त टैक्सीवे पी9 के साथ-साथ विमान की सुगम आवाजाही की सुविधा के लिए 2,744 मीटर का एक नया पूर्ण-लंबाई समानांतर टैक्सीवे भी बनाएगा।
हवाई अड्डे ने बयान में कहा, ‘यह रीकार्पेटिंग कार्य 2,744 मीटर लंबे रनवे की टूट-फूट को दूर करेगा, जिसकी आखिरी रीकार्पेटिंग 2018 में की गई थी, जिससे इसका निरंतर इष्टतम प्रदर्शन सुनिश्चित होगा।’
हवाई अड्डे का प्रबंधन अदाणी एंटरप्राइजेज की सहायक कंपनी अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा किया जाता है।
भाषा
चंदन, जफर, रवि कांत रवि कांत
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