नईदिल्ली: rahul gandhi sambhal visit, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता राहुल गांधी संभल के लिए निकले थे लेकिन पुलिस ने उन्हे संभल जाने से रोक दिया है।यूपी गेट पर रोके गए राहुल गांधी ने कहा कि डीजीपी से बात हुई। मैंने कहा कि हमें संभल जाने दीजिए, हालांकि डीजीपी ने उन्हें जाने से मना कर दिया।
इस घटना को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस मना कर रही है। नेता विपक्ष होने के नाते मेरा अधिकार बनता है वहां जाने का, लेकिन तब भी जाने नहीं दिया जा रहा। मैं अकेला वहां जाने को तैयार हूं, लेकिन ये बात भी नहीं मानी गई।
राहुल गांधी ने कहा कि हम सिर्फ संभल जाना चाहते हैं। वहां के लोगों से मिलना चाहते हैं, लेकिन… हमारा संवैधानिक अधिकार हमें नहीं दिया जा रहा। यही है नया हिंदुस्तान, जिसमें संविधान को खत्म करने का काम किया जा रहा है।
हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस मना कर रही है.
नेता विपक्ष होने के नाते मेरा अधिकार बनता है वहां जाने का, लेकिन तब भी जाने नहीं दिया जा रहा.
मैं अकेला वहां जाने को तैयार हूं, लेकिन ये बात भी नहीं मानी गई.
हम सिर्फ संभल जाना चाहते हैं. वहां के लोगों से मिलना चाहते हैं.… pic.twitter.com/2eI3ozo2GI
— Congress (@INCIndia) December 4, 2024
बता दें कि उनका काफिला यूपी पर गेट पर पहुंच गया था। साथ जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में वायनाड से नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी थी। यूपी बॉर्डर पर रोके गए राहुल गांधी ने पुलिस से कहा- पांच लोगों को संभल जाने दो। संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद वहां भड़की हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद से संभल का सियासी माहौल गर्माया हुआ है।
इसके पहले मंगलवार को संसद में इस मुद्दे की गूंज हुई। इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय व उनके अन्य नेताओं को पुलिस प्रशासन ने संभल नहीं जाने दिया। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में सपा के प्रतिनिधिमंडल को भी इसी कारण लखनऊ में ही रोक लिया गया। संभल प्रशासन ने यहां बाहरी लोगों के आने पर रोक लगाई हुई है।
Rahul gandhi sambhal visit: अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी प्रतिनिधिमंडल के साथ वापस दिल्ली रवाना हो गए हैं। पुलिस ने उन्हें संभल नहीं जाने दिया। राहुल के काफिले को यूपी की सीमा में दाखिल करा कर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के अंडरपास से वापस दिल्ली भेजा जाएगा।
राहुल के संभल दौरे को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णन ने हमला बोला। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी संभल जा रहे हैं। उनको वहां जाने का शौक है तो एक बार बांग्लादेश भी जाना चाहिए। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है राहुल गांधी संभल जाना चाहते हैं। संभल में पूरी तरह से शांति है। उन्होंने कहा कि संसद में बांग्लादेश का मुद्दा उनको उठाना चाहिए। राहुल गांधी दंगों की आग में घी डालने का काम कर रहे हैं।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि दुख की बात है कि राहुल गांधी हों या अखिलेश यादव, वे ऐसी घटनाओं को राजनीतिक रंग देने की कोशिश करते हैं। हम नेताओं से अनुरोध करते हैं कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बिल्कुल भी खराब न होने दें। उनके दौरे और अखबारों में बयानबाजी से माहौल खराब हो रहा है। हमारी प्रतिबद्धता उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की है। जिस तरह से पाकिस्तान में निर्मित खोखे वहां मिले हैं, उसकी जांच की जा रही है। इसमें जो भी शामिल है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। निष्पक्ष जांच होगी।
गाजीपुर बॉर्डर पर राहुल के काफिला को रोकने पर कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज हो गए। जिसके बाद कांग्रेसियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। वे पुलिस अधिकारियों से बैरिकेडिंग हटाने और काफिला को आगे बढ़ने देने की मांग करते रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हे आगे नहीं जाने दिया। राहुल गांधी के समर्थन में पूर्णियां सांसद पप्पू यादव भी यूपी बार्डर पहुंचे। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, सहारनपुर सांसद इमरान मसूद, केसी वेणुगोपाल समेत कई नेता भी मौजूद रहे। राहुल के काफिला पहुंचने से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर महाजाम लग गया। जिसके बाद राहुल कार से उतरकर भीड़ के बीच आए।
#WATCH गाजीपुर बॉर्डर पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष हैं, उनका संवैधानिक अधिकार है उन्हें इस तरह से रोका नहीं जा सकता। उनका संवैधानिक अधिकार है उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए कि वो पीड़ितों से मिलने जाए। उन्होंने ये भी कहा कि वह यूपी… https://t.co/qjMRhUwAVv pic.twitter.com/kevQe1LCBZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 4, 2024