Lok Sabha Election 2024: वाराणसी। देश की सबसे ‘हाईप्रोफाइल’ लोकसभा सीट वाराणसी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी इस सीट से चुनाव लड़तीं तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कड़ी टक्कर देतीं। पार्टी कार्यकर्ताओं का यह भी मत है कि प्रधानमंत्री के लिए लगातार तीसरा चुनाव जीतना आसान है, क्योंकि ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया)’ के प्रत्याशी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय इस बार भी मोदी के खिलाफ कोई करिश्मा नहीं कर पाएंगे।
मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने स्थानीय अतहर जमाल लारी को टिकट दिया है। यहां तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं। ‘इंडिया’ गठबंधन ने कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार मोदी के खिलाफ मैदान में उतारा है। गंगा के तट पर स्थित वाराणसी में मोदी के खिलाफ कमजोर प्रतिरोध देखने को मिल रहा है। शहर के लोग और विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ता निजी तौर पर कहते हैं कि यहां कोई मुकाबला ही नहीं है क्योंकि प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी प्रधानमंत्री का मुकाबला नहीं कर सकते।
कांग्रेस के एक स्थानीय कार्यकर्ता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि विपक्ष के लिए यह मोदी के खिलाफ सीट पर ‘सत्ता विरोधी भावना’ का फायदा उठाने का अच्छा मौका हो सकता था लेकिन पार्टी उम्मीदवार अजय राय वाराणसी से पिछले दो चुनाव हार चुके हैं और इस बार भी उनसे किसी करिश्मे की उम्मीद कम ही है। एक अन्य नेता ने कहा कि अगर प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़तीं तो वह मोदी को कड़ी टक्कर देतीं। शुरुआत में अजय राय ने खुद प्रियंका गांधी को वाराणसी से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया था लेकिन पार्टी ने उन्हें फिर से सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया। राय पिछले दो लोकसभा चुनावों में वाराणसी से तीसरे स्थान पर रहे थे। हालांकि , राय ने कहा है, ”वाराणसी चुनाव में भाजपा को करारा झटका लगेगा।’
चुनावी होड़ में बसपा की मौजूदगी पर उन्होंने कहा, ‘बसपा की मौजूदगी शून्य बटा सन्नाटा है।’ मोदी ने 2014 में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जीत हासिल की थी, जबकि उन्होंने 2019 में अपने निकटतम समाजवादी पार्टी (सपा) प्रतिद्वंद्वी शालिनी यादव को भारी अंतर से हराया था। शालिनी यादव बाद में भाजपा में शामिल हो गईं।
राय ने भाजपा से शुरुआत की थी और पांच बार विधायक चुने गए थे। वह तीन बार (1996, 2002 और 2007 में) वाराणसी की कोलअसला सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गये थे। प्रधानमंत्री ने 2014 में कहा था कि उन्हें मां गंगा ने बुलाया है। उन्होंने हाल ही में कहा कि मॉं गंगा ने उन्हें अपनी ‘गोद’ ले लिया है। वाराणसी पूर्वांचल का एक महत्वपूर्ण स्थान है जो बिहार की सीमा से भी सटा हुआ है। वाराणसी लोकसभा सीट के लिये सातवें और अंतिम चरण में एक जून को मतदान होगा।
प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी आते रहते हैं और उन्होंने हाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यहां रोड शो किया था। हालांकि विपक्ष यहां खासा जोर लगा रहा है। प्रियंका गांधी और सपा नेता डिंपल यादव ने पिछले सप्ताह वाराणसी में संयुक्त रूप से रोड शो किया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को वाराणसी में एक रैली की थी।
राहुल गांधी ने रैली में कहा था कि मोदी अगले प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा था, ”मैं आपको गारंटी के साथ बता रहा हूं कि चार जून के बाद नरेन्द्र मोदी जी इस देश के प्रधानमंत्री नहीं होंगे।” उन्होंने कहा था, ”यह लड़ाई वाराणसी के ऑटो-रिक्शा चालकों, बनारसी साड़ी निर्माताओं, किसानों, मजदूरों और अरबपतियों के बीच है।’’ भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को वाराणसी का दौरा किया था। नड्डा ने सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग एमएसएमई के तहत ‘यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड रिसर्च (यूपीआईडीआर)’ द्वारा आयोजित स्थानीय बुनकरों की एक बैठक में भाग लिया।
यूपीआईडीआर की अध्यक्ष क्षिप्रा शुक्ला ने कहा कि स्थानीय बुनकरों और कारीगरों में मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं। शुक्ला ने कहा कि वे बनारसी साड़ी के अपने कारोबार को लोकप्रिय बनाने के लिए मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आभारी हैं। शाहिद जमाल और उनकी बेटी सफीना ने बनारसी साड़ी व्यापारियों को प्रोत्साहित करने के लिए मोदी की प्रशंसा की। जमाल ने कहा, ‘‘ 2014 से पहले, हमारे मुस्लिम बहुल बजरडीहा-मखदूमपुर इलाके में कोई नहीं आता था। मोदी और योगी सरकार के राज में इलाके में अच्छी सड़कें बनी हैं और बिजली की स्थिति में भी काफी सुधार हुआ है।”
Lok Sabha Election 2024: स्थानीय निवासी राम सूरत पांडे और सोनू साहनी के अलावा नाविक प्रेम निषाद ने कहा कि वाराणसी में नागरिकों के लिये सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है। उनका कहना है कि शहर में सड़कों, स्ट्रीट लाइट और साफ-सफाई की व्यवस्था में सुधार हुआ है। वाराणसी में पांच विधानसभा सीट हैं। इनमें रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और सेवापुरी। रोहनिया सीट पर भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) पार्टी का विधायक है, जबकि बाकी चार सीट पर भाजपा के विधायक हैं। वर्ष 2009 में वाराणसी लोकसभा सीट से भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने जीत दर्ज की थी। साल 2014 में मोदी ने जोशी की जगह ली और लगातार तीसरी बार यहां से चुनाव लड़ रहे हैं।
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