जेपीएनआईसी में अखिलेश यादव को जाने से रोकने पर विपक्ष और सत्तारूढ़ भाजपा में जुबानी जंग तेज |

जेपीएनआईसी में अखिलेश यादव को जाने से रोकने पर विपक्ष और सत्तारूढ़ भाजपा में जुबानी जंग तेज

जेपीएनआईसी में अखिलेश यादव को जाने से रोकने पर विपक्ष और सत्तारूढ़ भाजपा में जुबानी जंग तेज

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Modified Date: October 11, 2024 / 07:22 PM IST
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Published Date: October 11, 2024 7:22 pm IST

लखनऊ, 11 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर के विपिन खंड में जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन केंद्र (जेपीएनआईसी) में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव को जाने से रोकने पर सपा समेत विपक्षी दलों और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जुबानी जंग तेज हो गयी है।

समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर शुक्रवार को अखिलेश यादव को जेपीएनआईसी में जाने से प्रशासन द्वारा रोके जाने के बाद इटावा में पार्टी महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने पत्रकारों से बातचीत में राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।

विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रमुख घटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी इसे भाजपा सरकार की तानाशाही करार दी।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव के प्रयास को दोहरा चरित्र बताया जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने इसे सपा की अराजकता और गुंडई करार दिया है।

शिवपाल सिंह यादव ने इटावा में कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने से रोकने और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को नजरबंद किए जाने के मामले पर अब आर-पार की लड़ाई होगी।

सपा महासचिव ने कहा कि भाजपा सरकार को हटाने के लिए अब नई क्रांति समाजवादी पार्टी शुरू करेगी।

उन्होंने कहा कि महानायक जेपी के नाम पर समाजवादियों को माल्यार्पण करना था लेकिन भारतीय जनता पार्टी और राज्य सरकार पुलिस के दम पर दमन चक्र चला रही है। उन्होंने कहा कि अगर जेपी की मूर्ति पर आज माल्यार्पण हो जाता तो क्या बिगड़ जाता, लेकिन जानबूझकर भाजपा सरकार इन अधिकारियों के बल पर ऐसे महान लोगों का सम्मान नहीं करना देना चाहती है।

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश यादव और सपा के लोग केवल माल्यार्पण ही तो करते। सपा नेता ने कहा कि लोकनायक जेपी ने संपूर्ण क्रांति आंदोलन की शुरुआत की थी तो उसी तरीके से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ सपा और पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष को भारतीय जनता पार्टी को (सत्ता से) हटाने के लिए एक नई क्रांति चलानी होगी।

उधर, अजय राय ने कहा कि पिछले साल भी भाजपा सरकार ने इस तरह की तानाशाही की थी और यह लगता है कि किसी न किसी व्यापारी को बेचने की तैयारी हो रही है तभी इस तरह की हरकत की जा रही है। उन्होंने भाजपा सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए आलोचना की।

इस मामले पर ‘एक्स’ पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा मुखिया श्री अखिलेश यादव का यह घोर दोहरा चरित्र है।

मौर्य ने कहा, ”एक तरफ़ वह राहुल गांधी की खुल्लम-खुल्ला दरबारी करते हैं, दूसरी तरफ़ उन लोकनायक जयप्रकाश नारायण को भी पूजना चाहते हैं जिन्होंने देश को कांग्रेस की काली तानाशाही से मुक्त कराया था।”

राहुल गांधी की दादी दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल में आपातकाल के विरोध में लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने ‘संपूर्ण क्रांति’ का आह्वान कर विपक्षी दलों को एकजुट किया था जिसके परिणामस्वरूप केंद्र में पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी।

भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ”अराजकता और गुंडई सपा की पहचान बन चुकी है। आज जब सम्पूर्ण देश मां भगवती जी के पावन पर्व ‘महानवमी’ मना रहा है तब समाजवादी पार्टी के अराजक तत्वों ने आपातकाल का पुरजोर विरोध करने वाले सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन के प्रणेता एवं भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के दिखावटी समर्थक बनकर देश-प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा करने पर तुले हुए हैं।”

चौधरी ने कहा कि ”कांग्रेस के प्रति दरियादिली रखने वाली समाजवादी पार्टी के नेता आज लोकनायक को झूठी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार समस्त प्रदेशवासियों को सुरक्षा और हर्षोल्लास के साथ समस्त त्योहारों को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है।”

भाषा आनन्द राजकुमार

राजकुमार

 

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