लखनऊ, 29 जनवरी (भाषा) प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद आयोजन स्थल पर व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कुंभ 2019 के समय प्रयागराज में तैनात रहे दो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों समेत पांच विशेष सचिव स्तर तथा पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बुधवार देर शाम की गई बैठक में इस संबंध में निर्देश दिया गया जिसके अनुपालन में कुंभ 2019 के समय प्रयागराज में बतौर मंडलायुक्त सेवा दे चुके आशीष गोयल और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (एडीए) के उपाध्यक्ष रहे भानु गोस्वामी की तैनाती की जा रही है।
उन्होंने बताया कि विशेष सचिव स्तर के पांच-पांच अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है जो 12 फरवरी तक प्रयागराज में उपस्थित रहकर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में सहयोग देंगे। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी तैनात किया जाएगा।
महाकुंभ मेले में मंगलवार देर रात मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने बुधवार देर शाम शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में प्रयागराज, कौशांबी, वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, आंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संत कबीरनगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर आदि जनपद/जोन/रेंज में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन माध्यम से विशेष बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
एडीजीपी और जिलाधिकारी प्रयागराज से जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने मेला क्षेत्र में लगातार सतर्कता-सावधानी बरतने के निर्देश दिए।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और चित्रकूट के अधिकारियों से उनके विभिन्न क्षेत्रों से आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा तथा सुविधा के मद्देनजर किए गए उपायों की जानकारी ली और प्रयागराज से सीमा साझा करने वाले सभी जिलों के अधिकारियों को लगातार प्रयागराज प्रशासन से संपर्क-समन्वय बनाने रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं जो स्नान के बाद अपने घर लौट रहे हैं।
बयान में कहा गया, ‘‘मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि एडीजीपी और जिलाधिकारी प्रयागराज यह सुनिश्चित करें कि एक-एक श्रद्धालु सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचें। यह सुनिश्चित करना यह हमारी जिम्मेदारी है। इसके लिए रेलवे से संपर्क-समन्वय बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन सुनिश्चित कराया जाए तथा परिवहन निगम की अतिरिक्त बस भी संचालित की जाएं।’’
आदित्यनाथ ने निर्देश दिए, ‘‘मेला क्षेत्र में भीड़ न बढ़े इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतीक्षा स्थल बनाए जाएं और स्थिति को देखते श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने दें। जहां कहीं भी उन्हें रोका गया है, वहां सभी के भोजन-पानी का प्रबंध किया जाए।’’
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर यातायात अवरुद्ध नहीं होना चाहिए और प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आगामी तीन फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर ‘अमृत स्नान’ होना है, ऐसे में मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक बृहस्पतिवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करें और सुरक्षा तथा सुविधा से जुड़े हर एक बिंदु पर ध्यान केंद्रित करें।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘महाकुंभ आने वाले लाखों श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। चित्रकूट और मिर्जापुर में भी बड़ी संख्या में लोगों का आगमन हो रहा है। अगले दो दिनों में और अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है। इसको देखते हुए तीनों प्रमुख नगरों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।’’
भाषा जफर खारी
खारी
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)