लखनऊ, चार नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए चेतावनी दी कि जन महत्व की परियोजनाओं में समयबद्धता और गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिए और गड़बड़ी मिली तो अवर अभियंता (जेई) से लेकर मुख्य अभियंता तक की जवाबदेही तय होगी।
यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण कार्यों में समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण की परियोजना तैयार करते समय स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाए और प्रत्येक परियोजना के लिए समयबद्धता और गुणवत्ता अनिवार्य शर्त है, इससे समझौता नहीं किया जा सकता।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा “गड़बड़ी मिलने पर जेई से लेकर चीफ इंजीनियर तक सबकी जवाबदेही तय होगी।”
योगी ने कहा कि “ अनुबंध के नियमों का उल्लंघन होने पर ठेकेदार/कंपनी को काली सूची में डालकर कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि समग्र परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को अंतिम रूप देने के साथ ही कार्य प्रारम्भ करने और समाप्त होने की तारीख़ सुनिश्चित कर ली जानी चाहिए तथा इसका कड़ाई से अनुपालन किया जाए।
उन्होंने भरोसा दिया कि बजट की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी, परंतु पूर्ण हो चुके कार्यों का तीसरे पक्ष से ऑडिट भी कराया जाए।
उन्होंने कहा कि सड़क और सेतु अथवा आमजन से जुड़ी अन्य निर्माण परियोजनाओं को स्वीकृति देने से पहले उसकी लोक महत्ता का आकलन जरूर किया जाए क्योंकि विकास में संतुलन सबसे आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “सड़क निर्माण/चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण के कार्यों में पर्यावरण संरक्षण का पूरा ध्यान रखा जाए। कहीं भी अनावश्यक वृक्ष नहीं कटने चाहिए। सड़क निर्माण की कार्ययोजना में मार्ग के बीच आने वाले वृक्षों के संरक्षण को अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जाए।”
भाषा सं आनन्द जोहेब
जोहेब
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)