‘सर्वजन हिताय व सुखाय’ के बिना देशहित अधूरा: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर मायावती |

‘सर्वजन हिताय व सुखाय’ के बिना देशहित अधूरा: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर मायावती

‘सर्वजन हिताय व सुखाय’ के बिना देशहित अधूरा: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर मायावती

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Modified Date: January 31, 2025 / 06:16 PM IST
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Published Date: January 31, 2025 6:16 pm IST

लखनऊ, 31 जनवरी (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शुक्रवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि ‘‘सर्वजन हिताय व सुखाय के बिना देशहित अधूरा है।’’

बसपा प्रमुख मायावती ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के बाद संसद के पहले बजट सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति का अभिभाषण देश में जबरदस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, जीएसटी कर बोझ, घरेलू बचत में कमी आदि से त्रस्त करोड़ों गरीब, मेहनतकश व मध्यम वर्ग बहुजनों हेतु राहत व उम्मीद तो दूर सांत्वना देने वाला भी नहीं है।’’

उन्होंने सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, “केन्द्र की नीति मुट्ठी भर बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की संख्या बढ़ाने एवं उन्हें हर प्रकार का लाभ पहुंचाने के बजाय गरीब, मजदूर, किसान, मध्यम वर्ग आदि बहुजनों का दुख-दर्द मिटाने पर केन्द्रित होना जरूरी है, तभी आगे जनहित संभव होगा। ‘सर्वजन हिताय व सुखाय’ के बिना देशहित अधूरा है।’’

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को बजट सत्र की शुरुआत में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के इस तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक गति से काम हो रहा है तथा अर्थव्यवस्था को ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ (नीतिगत पंगुता) जैसी परिस्थितियों से उबारने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई गई है।

भाषा आनन्द अमित

अमित

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)