Murder of married girlfriend: अपने पति से छिपकर वह अक्सर अपने प्रेमी से मिलती थी। दोनों के बीच अक्सर लम्बी बातें होती थी, दोनों साथ जीने और मरने का ख़्वाब देखने लगे। अपनी पिछली जिंदगी से छुटकारा पाकर नई दुनिया बसाने का सपना संजोने लगे। लेकिन फिर एक दिन ऐसा कुछ हुआ जिसने उस प्रेमिका के ख्वाबो के साथ-साथ उसके हकीकत की दुनिया को भी ख़त्म करके रख दिया। मामला गाजियाबाद का है। जहाँ एक प्रेमी को अपनी प्रेमिका के कत्ल के आरोप में हिरासत में लिया गया हैं। इस मामले में आरोपी के बेटे और एक दोस्त को भी गिरफ्तार किया गया हैं। इसके अलावा आरोपियों से तीन मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं।
Murder of married girlfriend: बताया गया की इसी महीने के 17 जनवरी को प्रेमी ने प्रेमिका को होटल में बुलाया और फिर बाहर ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के दाग को छिपाने आरोपी ने एक ट्रक चालक पर यह आरोप भी लगाया की उसके वाहन के टक्कर से उसकी प्रेमिका की मौत हुई हैं लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ने सारी सच्चाई सामने लेकर रख दिया। जिसके बाद उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया।
Murder of married girlfriend: डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने खुलासा किया की क़त्ल का आरोपी चरण सिंह और उसका बेटा गिरधरपुर के रहने वाले हैं। चरण का बेटा रोहित और संदीप फास्टफूड की दुकान चलाते हैं जबकि चरण सिंह राजमिस्त्री का काम करता हैं। चरण सिंह का अवैध सम्बन्ध संदीप की 36 साल की बीवी से पिछले 9 सालो से था। दोनों के बीच अंतरंग संबंध भी थे। दोनों अक्सर गाजियाबाद के एक होटल में मिलते भी थे।
Read more : एक्ट्रेस का सिजलिंग फोटोशूट देख नहीं हटा पाएंगे नजरें, अदाओं पर आया रूमर्ड बॉयफ्रेंड का दिल
Murder of married girlfriend: बीवी के इसी काली करतूत की जानकारी कुछ वक़्त पहले संदीप हो गई थी। जिसके बाद दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। इसके बाद से ही मोनिका, चरण सिंह पर शादी का दबाव बनाती थी बावजूद इसके की मोनिका के दो बच्चे भी हैं। वह अक्सर चरण सिंह से मकान खरीदकर देने की भी जिद करती थी। चरण अपनी प्रेमिका के इसी मांग से परेशान रहने लगा था और उससे पीछा छुड़ाना चाहता था।
Read more : टोयोटा ने लॉन्च की अपनी पहली CNG कार, कम कीमत में मिलेगी दमदार माइलेज
Murder of married girlfriend: उसने मोनिका को हमेशा के लिए अपनी जिंदगी से हटाने की साजिश रची और इस साजिश में उसका बेटा भी शामिल हो गया। हत्या की रात चरणसिंह ने मोनिका को होटल बुलाया। जैसे ही मोनिका वहां पहुंची चरण सिंह ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दुर्घटना से मौत की कहानी गढ़ने के लिए लाश को सड़क पर फेंक दिया। बावजूद पुलिस की जाँच और सख्ती के आगे उसकी चालाकी धरी की धरी रह गई और उसने हत्या की बात कबूल कर ली।