Yeti Narasimhanand on mohan bhagwat

Yeti Narasimhanand on mohan bhagwat : भगवान नहीं हैं भागवत…, यति नरसिंहानंद ने कहा- ‘काबा में भी मिलेगा मंदिर’

Yeti Narasimhanand on mohan bhagwat : उन्होंने कहा कि मोहन भागवत भगवान नहीं हैं, जो हर किसी की सोच को नियंत्रित कर सकें। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर सऊदी अरब में काबा की खुदाई की जाए, तो वहां भी मंदिर के अवशेष मिलेंगे।

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Modified Date: January 2, 2025 / 07:16 PM IST
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Published Date: January 2, 2025 7:16 pm IST

मुरादाबाद: Yeti Narasimhanand on mohan bhagwat , जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने गुरुवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत भगवान नहीं हैं, जो हर किसी की सोच को नियंत्रित कर सकें। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर सऊदी अरब में काबा की खुदाई की जाए, तो वहां भी मंदिर के अवशेष मिलेंगे।

नरसिंहानंद गुरुवार सुबह गाजियाबाद से मुरादाबाद जाने के लिए निकले थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें मुरादाबाद की सीमा पर रोककर हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, नरसिंहानंद ने अपने कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन से पूर्व अनुमति नहीं ली थी।\

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मुरादाबाद कार्यक्रम पर रोका गया

हिंदू समाज पार्टी ने नरसिंहानंद को मुरादाबाद बुलाया था, जहां उन्हें संभल के हरिहर मंदिर और अन्य मुद्दों पर प्रेस वार्ता करनी थी। पुलिस उन्हें मुरादाबाद की सीमा से पकड़कर पाकबड़ा थाने ले गई। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने कहा कि कार्यक्रम के लिए अनुमति न होने के कारण उन्हें मुरादाबाद में कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी गई। करीब डेढ़ घंटे की चर्चा के बाद, नरसिंहानंद को मुरादाबाद न जाने की सहमति पर रिहा किया गया।

“मंदिरों को आज़ाद कराना ज़रूरी”

पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद मीडिया से बातचीत में नरसिंहानंद ने मोहन भागवत के बयान पर कहा कि सभी सनातन धर्म के अनुयायी चाहते हैं कि प्राचीन मंदिरों को आज़ाद कराया जाए और उनका पुनर्निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा, “भागवत क्या कहते हैं, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हर मंदिर हमें वापस मिलना चाहिए। यह हमारे धर्म का हिस्सा है।”

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कुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर विचार

अखाड़ा परिषद द्वारा कुंभ में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने के फैसले का समर्थन करते हुए नरसिंहानंद ने कहा, “कुंभ हिंदुओं का पवित्र स्थल है। वहां किसी बाहरी तत्व की उपस्थिति से अपवित्रता हो सकती है। अखाड़ा परिषद के निर्णय का पालन करना मेरा दायित्व है।”

वक्फ संपत्ति पर विवाद

वक्फ संपत्तियों को लेकर नरसिंहानंद ने कहा कि वक्फ व्यवस्था को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि धर्म के नाम पर देश का विभाजन कर वक्फ को ज़मीनें दी गईं। उन्होंने कहा, “जिन्हें वक्फ चाहिए, वे पाकिस्तान चले जाएं। भारत में अब वक्फ की कोई जरूरत नहीं है।”

टॉप 5 FAQ

1- यति नरसिंहानंद ने मोहन भागवत के बयान पर क्या कहा?

उन्होंने कहा कि मोहन भागवत भगवान नहीं हैं, और हर सनातनी चाहता है कि प्राचीन मंदिरों को पुनः प्राप्त किया जाए।

2- नरसिंहानंद को मुरादाबाद क्यों रोका गया?

उनके कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन से पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी, इसलिए उन्हें मुरादाबाद की सीमा पर रोक दिया गया।

3- क्या नरसिंहानंद ने काबा को लेकर कुछ कहा?

हां, उन्होंने कहा कि अगर सऊदी अरब के काबा की खुदाई की जाए, तो वहां भी मंदिर के अवशेष मिल सकते हैं।

4- कुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर नरसिंहानंद का क्या मत है?

उन्होंने अखाड़ा परिषद के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि कुंभ हिंदुओं का पवित्र स्थल है और वहां मुस्लिमों की एंट्री नहीं होनी चाहिए।

5- वक्फ संपत्ति को लेकर नरसिंहानंद की राय क्या है?

उन्होंने वक्फ संपत्तियों को समाप्त करने की वकालत की और कहा कि यह व्यवस्था अब भारत में लागू नहीं होनी चाहिए।

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