महाकुम्भ संस्कृतियों का संगम है, जो अनेकता में एकता को दर्शाता है : आदित्यनाथ |

महाकुम्भ संस्कृतियों का संगम है, जो अनेकता में एकता को दर्शाता है : आदित्यनाथ

महाकुम्भ संस्कृतियों का संगम है, जो अनेकता में एकता को दर्शाता है : आदित्यनाथ

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Modified Date: January 13, 2025 / 10:18 AM IST
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Published Date: January 13, 2025 10:18 am IST

लखनऊ, 13 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को महाकुम्भ की शुरुआत पर अपनी शुभकामनाएं दीं, जिसे उन्होंने संस्कृतियों का संगम और अनेकता में एकता का संदेश बताया।

पौष पूर्णिमा स्नान के साथ महाकुम्भ मेला सोमवार से प्रारंभ हो गया। मेला अधिकारी के मुताबिक, सुबह आठ बजे तक 40 लाख से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।

आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पौष पूर्णिमा की बधाई। विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ’ का आज से तीर्थराज प्रयागराज में आरंभ हो रहा है। अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। मां गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘महाकुम्भ प्रयागराज के आरंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व।’’

एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जहां संस्कृतियों का संगम भी है, श्रद्धा और समरसता का समागम भी है। ‘अनेकता में एकता’ का संदेश देता महाकुम्भ-2025, प्रयागराज मानवता के कल्याण के साथ ही सनातन से साक्षात्कार करा रहा है।’’

भाषा जफर सुरभि

सुरभि

 

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