UP Golden Hour Policy |

Golden Hour Scheme: सड़क हादसे का शिकार होने वाले घायलों को मिलेगा डेढ़ लाख तक का मुफ्त इलाज, सरकार ने शुरू की ये नई स्कीम

UP Golden Hour Scheme: सड़क हादसे का शिकार होने वाले घायलों को मिलेगा डेढ़ लाख तक का मुफ्त इलाज, सरकार ने शुरू की ये नई स्कीम

Edited By :   Modified Date:  November 22, 2024 / 02:14 PM IST, Published Date : November 22, 2024/2:14 pm IST

UP Golden Hour Policy: लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सड़क हादसे का शिकार होने वाले घायलों के मदद के लिए नई पहल शुरू की है। बता दें कि,  योगी सरकार ने गोल्डन आवर पॉलिसी लागू की है। इस पहल के तहत हादसे के पहले एक घंटे के भीतर एक लाख पाचास हजार का मुफ्त इलाज कराया जाएगा या घायल व्यक्ति को 7-10 तक मुफ्त अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। यह योजना सड़क सुरक्षा और घायलों के जीवन बचाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

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मोटर वाहन अधिनियम 2019 का हिस्सा

बता दें कि, ये पहल मोटर वाहन अधिनियम 2019 का हिस्सा है। ‘गोल्डन ऑवर’ शब्द सड़क हादसे के बाद पहले उस एक घंटे की अहमियत को बताता है जिस दौरान तुरंत इलाज देना बहुत जरूरी होता है। यह योजना तभी सफल होगी, जब लोग दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए आगे बढ़ेंगे। हादसे की स्थिति में समय पर मदद और सरकार की इस सुविधा का लाभ उठाना घायलों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है।

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हेल्पलाइन नंबर पर दें हादसे की सूचना

नेशनल हाईवे पर होने वाले हादसों के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने विशेष हेल्पलाइन नंबर 1033 शुरू किया है। ऐसे में यदि आप के सामने सड़क हादसे में कोई व्यक्ति घायल है तो उसकी तुरंत मदद करें और तुरंत 1033 हेल्पलाइन नंबर इसकी जानकारी दें। बता दें कि, हादसे की सूचना मिलने पर घायल को एनएचएआई से जुड़े अस्पताल में ले जाया जाएगा। घायल के इलाज के लिए तीस हजार तक का खर्च एनएचएआई उठाएगी। बाकी खर्च मरीज या उसके परिवार को उठाना पड़ेगा।

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इलाज न मिलने के कारण होती है अधिकतर मौतें

सड़क दुर्घटनाओं में अधिकतर मौतें समय पर इलाज न मिलने के कारण होती हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, साल2022 में देशभर में 1.68 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए। इनमें से कई मौत समय पर इलाज न मिलने के कारण हुई। साल 2018 में 4,70,403 हादसों में 1,57,593 लोगों की जान गई, जबकि 2019 में 4,56,959 हादसों में मरने वालों की संख्या 1,58,984 तक पहुंच गई। साल 2020 में कोरोना काल के दौरान 3,72,181 सड़क हादसे हुए, जिनमें 1,38,972 लोगों की जान गई।

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