सपा प्रमुख से मिला छेड़छाड़ मामले का आरोपी, कहा: यादव होने के कारण फंसाया गया

accused in the molestation case met the SP chief : सपा प्रमुख से मिला छेड़छाड़ मामले का आरोपी, कहा: यादव होने के कारण फंसाया गया

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  • Publish Date - August 15, 2024 / 07:30 PM IST,
    Updated On - August 15, 2024 / 09:40 PM IST

लखनऊ: लखनऊ के गोमती नगर में हाल में बारिश के दौरान पानी से भरी सड़क से गुजर रही एक महिला से छेड़छाड़ के मामले के आरोपी पवन यादव ने बृहस्पतिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और खुद को बेकुसूर बताया।

मुलाकात के बाद ‘पीटीआई वीडियो सेवा’ से बातचीत में पवन यादव ने आरोप लगाया कि वह मौके पर मौजूद नहीं था, वह बैठकर चाय पी रहा था तभी पुलिस उसे पकड़ ले गई।

उसने दावा किया कि वह घटना के वीडियो फुटेज में भी नहीं दिखाई दे रहा है। उसने आरोप लगाया कि शायद उसे यादव बिरादरी का होने की वजह से मामले में फंसाया गया। पवन यादव ने कहा, ‘गेहूं में घुन तो पिसता ही है उसमें मैं भी आ गया शायद मैं यादव था इसलिए।’

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इस बीच, अखिलेश यादव ने स्वाधीनता दिवस के अवसर पर पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में पवन यादव का नाम लिए बगैर कहा, ‘वह लड़का यहां पर आया हुआ है। वह चाय पीने गया था, पुलिस उसे उठा कर ले गई।”

उन्होंने मानसून सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री द्वारा इस घटना के सिलसिले में पवन यादव का नाम लिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि नाम तो और भी बहुत से लिए जा सकते थे लेकिन विधानसभा में सिर्फ दो ही नाम क्यों लिए गए?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की राजधानी लखनऊ में गत 31 जुलाई को बारिश के दौरान अराजक तत्वों द्वारा मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति और उसकी पत्नी पर सड़क पर भरा पानी उछालने और महिला को खींचकर गिराने के मामले का जिक्र करते हुए एक अगस्त को विधानसभा में 16 आरोपियों में से पवन यादव और मोहम्मद अरबाज का नाम लिया था।

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मुख्यमंत्री ने तल्ख अंदाज में कहा था कि इस घटना के अपराधियों के लिये ‘सद्भावना ट्रेन’ नहीं बल्कि ‘बुलेट ट्रेन’ चलेगी।

इस मामले में आदित्यनाथ के आदेश पर चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने के साथ-साथ संबंधित पुलिस उपायुक्त समेत तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पद से हटा दिया गया था। इस मामले में 16 आरोपी गिरफ्तार किये गये थे।

आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) प्रबल प्रताप सिंह, सहायक पुलिस उपायुक्त अमित कुमावत और गोमतीनगर के सहायक पुलिस आयुक्त अंशु जैन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया था, जबकि गोमतीनगर के थानाध्यक्ष दीपक कुमार पांडेय, समतामूलक चौकी प्रभारी ऋषि विवेक, दारोगा कपिल कुमार, सिपाही धर्मवीर और सिपाही वीरेंद्र कुमार समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।

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