लखनऊ: Niyamitikaran Kab Hoga विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कई अहम मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरने का प्रयास किया। सदन की कार्यवाही के दौरान विधानसभा में कर्मचारियों के नियमितीकरण पर भी जमकर हंगामा देखने को मिला। लेकिन अंतत: संसदीय कार्यमंत्री ने अपने जवाब में दो टूक में कह दिया कि फिलहाल नियमितीकरण का हमारा कोई इरादा नहीं है।
Niyamitikaran Kab Hoga दरअसल प्रश्नकाल के दौरान समाजवादी पार्टी सदस्य डॉ.संग्राम यादव ने सरकार को घेरते हुए पूछा कि सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग पर तैनात कार्मिकों का सेवाप्रदाताओं द्वारा शोषण और उत्पीड़न और उत्पीड़न किए जाने की बात कहते हुए सरकार से सवाल किया गया था कि वह उनकी नियुक्ति संविदा पर क्यों नहीं कर देती? उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या सरकार आउटसोर्सिंग पर तैनात कार्मिकों का वेतन बढ़ाएगी और उन्हें नियमित करने पर विचार करेगी।
संग्राम यादव के सवाल पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार नियमित पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्मिकों की तैनाती नहीं करती है। आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे जाने वाले कार्मिकों के संबंध में सरकार ने शासनादेश जारी किए हैं जिनके अनुसार आउटसोर्स किए गए कार्मिक का चयन सेवायोजन पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। उसे विलंब से भुगतान करने या कर्मचारी भविष्य निधि का अंशदान न करने पर सेवाप्रदाता का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग पर रखे गए कार्मिकों को नियमित करने का सरकार का कोई इरादा नहीं है।