अखिलेश यादव को रोके जाने के बाद फिर जेपीएनआईसी सुर्खियों में |

अखिलेश यादव को रोके जाने के बाद फिर जेपीएनआईसी सुर्खियों में

अखिलेश यादव को रोके जाने के बाद फिर जेपीएनआईसी सुर्खियों में

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Modified Date: October 11, 2024 / 09:50 PM IST
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Published Date: October 11, 2024 9:50 pm IST

लखनऊ, 11 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर के विपिन खंड में स्थापित जय प्रकाश (जेपी) नारायण अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (जेपीएनआईसी) उसमें शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जाने से रोकने के बाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।

पिछले वर्ष भी जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने के लिए अखिलेश यादव इस केंद्र में गये थे, लेकिन तब लखनऊ विकास प्राधिकरण ने गेट बंद कर दिया था। यादव गेट फांदकर अंदर गये थे और जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था।

इस बार फिर यादव को इस केंद्र में जाने से रोके जाने पर राजनीतिक दलों में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गये हैं।

जेपीएनआईसी अखिलेश यादव सरकार की पसंदीदा परियोजनाओं में से एक थी, लेकिन अब भाजपा सरकार कथित वित्तीय अनियमितताओं के चलते इसकी जांच कर रही है।

सपा ने बृहस्पतिवार शाम आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी नीत राज्य सरकार ने यहां गोमती नगर में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन केंद्र (जेपीएनआईसी) के दरवाजे कथित तौर पर ढक दिए हैं, ताकि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को 11 अक्टूबर को समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर वहां आने से रोका जा सके।

शुक्रवार को जय प्रकाश नारायण की जयंती पर अखिलेश यादव श्रद्धांजलि देने वहां जाने वाले थे लेकिन सुबह से ही सपा अध्यक्ष के आवास पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव की ओर से सपा प्रमुख के निजी सचिव को भेजे गये एक पत्र में यह तर्क दिया गया है कि ”यह केंद्र अभी निर्माणाधीन है जिसके कारण निर्माण सामग्री अनियोजित रूप से रखे होने और बारिश का मौसम होने की वजह से अवांछित जीव-जंतु पाये जाने की संभावना के कारण यहां जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा प्राप्त अखिलेश यादव का दौरा उचित नहीं है।”

इस निर्देश के बाद जेपीएनआईसी से संबंधित क्षेत्र के चारों तरफ रास्ता रोककर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। आम राहगीरों के लिए भी रास्ता परिवर्तित कर दिया गया।

सूत्रों ने बताया कि 2012 में अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी समाजवादी पार्टी की सरकार ने विश्व स्तरीय सुविधा वाले जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन केंद्र (जेपीएनआईसी) की रूपरेखा तैयार की और 2013 में इस परियोजना की शुरुआत की। वर्ष 2016 तक इसका निर्माण लगभग पूरा हो गया। इस 18 मंजिल वाले भवन में पार्किंग, म्यूजियम, बैडमिंटन कोर्ट, टेनिस और करीब 100 कमरों वाला अतिथि गृह है। इसमें ‘स्वीमिंग पूल’ और हेलीपैड का भी निर्माण किया गया है।

इस सेंटर में समाजवादी विचारक और संपूर्ण क्रांति के प्रणेता जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा लगी है। इसके कुछ केंद्रों का अक्टूबर 2016 में अखिलेश यादव ने उद्घाटन किया था।

हालांकि 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार ने इस केंद्र में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर जांच शुरू कराई और तबसे यह केंद्र बंद है और जांच अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची।

भाषा आनन्द

राजकुमार

राजकुमार

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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