Jhansi Medical Hospital Fire News: झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में 16 नवंबर की रात मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड मामले में नवजात शिशुओं की मौत का आंकड़ा बढ गया है। बता दें कि, 39 बच्चों में से बुधवार शाम तक 3 और बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई है। ऐसे में अब जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 15 दर्ज की गई है।
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि, शुक्रवार रात ‘एनआईसीयू’ में लगी आग से बचाए गए 39 बच्चों में से मंगलवार रात से अब तक (बुधवार शाम तक) तीन और बच्चों की मौत हो गई तथा अब मृत बच्चों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात दम घुटने और झुलसने से 10 बच्चों की मौत के बाद अब तक जिन पांच बच्चों की मौत हुई है, वे सभी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।
सेंगर के अनुसार अभी दो और बच्चे गंभीर रूप से बीमार हैं। एक बच्चे का जन्म से वजन आठ सौ ग्राम है, जबकि दूसरे बच्चे के दिल में छेद है। सेंगर ने बताया कि शुक्रवार आधी रात एनआईसीयू में अचानक आग लगने की घटना में वार्ड में भर्ती 49 में से 39 बच्चों को बचा लिया गया था और 10 बच्चों की दम घुटने या झुलसने से मौत हो गई थी। बचाए गए 39 बच्चों में से बुधवार शाम तक पांच और बच्चों की मौत बीमारी से हो जाने के बाद अब मृत बच्चों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
बता दें कि पिछले शुक्रवार की रात यानि 16 नवंबर को झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में NICU वार्ड में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि कई बच्चे बुरी तरह झूलस गए थे। इस मामले को लेकर प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश दिए थे। वहीं, जांच के दौरान SNCU वार्ड में जो फायर इक्विपमेंट लगे हुए थे, वह एक्सपायरी डेट के थे, जो आग लगने के वक्त काम नहीं कर सकें थे। पड़ताल के दौरान IBC24 संवाददाता नासिर गौरी ने एक-एक फायर इक्विपमेंट को चेक किया तो फायर इक्विपमेंट साल 2019 में रिफिल थे, जो साल 2020 में ही एक्सपायर हो गए थे। इन फायर इक्विपमेंट सिस्टम की संख्या एक नहीं, दो नहीं बल्कि 12 से ज्यादा फायर इक्विपमेंट सिस्टम वहां पर मिले हैं, जो एक्सपायर हो गए थे।