अतिक्रमण के नाम पर लोगों को उजाड़ने के बजाय सरकार गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई पर ध्यान दे : मायावती |

अतिक्रमण के नाम पर लोगों को उजाड़ने के बजाय सरकार गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई पर ध्यान दे : मायावती

अतिक्रमण के नाम पर लोगों को उजाड़ने के बजाय सरकार गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई पर ध्यान दे : मायावती

:   Modified Date:  July 28, 2024 / 03:41 PM IST, Published Date : July 28, 2024/3:41 pm IST

लखनऊ, 28 जुलाई (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि प्रदेश में अतिक्रमण के नाम पर लोगों को उजाड़ने के बजाय सरकार गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व बिगड़ी कानून-व्यवस्था से त्रस्त लोगों के जीवन के सुधार पर ध्यान दे।

उत्तर प्रदेश में सोमवार 29 जुलाई से शुरू हो रहे विधानमंडल सत्र से पहले बसपा प्रमुख ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि प्रदेश में बाढ़ की तबाही से प्रभावित लाखों परिवारों को सरकारी मदद की तत्काल आवश्यकता है और इसके प्रति सरकार का उदासीन रवैया ठीक नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उप्र में बाढ़ की तबाही से प्रभावित लाखों परिवारों को सरकारी मदद की तत्काल आवश्यकता है, जिनके प्रति सरकार का उदासीन रवैया चिन्तनीय है।’’

बसपा प्रमुख ने रविवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर अपने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘उप्र विधानसभा का मानसून सत्र कल सोमवार से प्रारंभ हो रहा है, जिसमें सरकार अनुपूरक बजट भी पेश करेगी।”

मायावती ने इसी पोस्ट में कहा, ‘‘हालांकि यह सत्र भी संक्षिप्त ही होगा। लेकिन, भाजपा में जारी घमासान तथा इनकी अंदरूनी लड़ाई अगर सदन में हावी न हो और (सत्तारूढ़ दल) लोगों तथा प्रदेश के हित में कार्यों का निर्वहन करे तो बेहतर होगा।’’

उन्होंने यह सुझाव भी दिया, ‘‘अतिक्रमण के नाम पर लोगों को उजाड़ने के बजाय सरकार गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व बिगड़ी कानून-व्यवस्था से त्रस्त लोगों के जीवन सुधार पर ध्यान दे।’’

विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे की ओर से शनिवार को जारी एक सूचना के अनुसार 29 जुलाई को सदन की कार्यवाही शुरू होगी जो दो अगस्त तक चलेगी।

भाषा आनन्द पारुल रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)