आईएमसी ने इस्लाम अपनाने वाले युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी |

आईएमसी ने इस्लाम अपनाने वाले युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी

आईएमसी ने इस्लाम अपनाने वाले युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी

:   Modified Date:  July 16, 2024 / 03:17 PM IST, Published Date : July 16, 2024/3:17 pm IST

बरेली, 16 जुलाई (भाषा) इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) ने इस्लाम अपनाने वाले दूसरे धर्म के युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी है, जिसका हिंदू नेताओं ने विरोध किया है।

इस बीच, पुलिस का दावा है कि बिना जिला प्रशासन की अनुमति के यदि किसी ने कोई कार्यक्रम आयोजित किया और किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो सख्त विधिक कार्रवाई होगी।

आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर ने कहा है कि ”हिंदू से मुस्लिम बने युवक-युवतियों का निकाह कराएंगे और पहले चरण में पांच जोड़ों का निकाह होगा, जिसमें युवक एवं युवतियों की धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी कर एक-दूसरे का दामन थामेंगे।”

मौलाना ने कहा, ”सामूहिक निकाह समारोह 21 जुलाई को सुबह 11 बजे खलील हायर सेकेंडरी स्कूल में होगा। इसके लिए प्रशासन से भी अनुमति मांगी है।”

बरेली के वरिष्ठ अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने बताया कि ”नगर मजिस्ट्रेट को धर्म परिवर्तन संबंधी निकाह कार्यक्रम की अनुमति के लिए आवेदन किया गया है। इसके लिए संबंधित थाना क्षेत्र और अभिसूचना सूचना शाखा से रिपोर्ट मांगी गई है।”

उन्होंने कहा, ”बरेली शहर और ग्रामीण क्षेत्र की जनता को आश्वस्त किया गया है कि कानून व्यवस्था के साथ किसी को भी खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। बिना जिला प्रशासन की अनुमति के यदि किसी ने कोई कार्यक्रम आयोजित किया और किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो सख्त विधिक कार्रवाई होगी।”

बरेली के नगर मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला ने बताया कि आईएमसी की ओर से संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने कार्यक्रम आयोजन की अनुमति के लिए 11 जुलाई को एक पत्र दिया है।

मौलाना तौकीर का दावा है कि उनके पास निकाह के लिए धर्म परिवर्तन करने वाले करीब 23 युवक-युवतियों के आवेदन आ चुके हैं। इनमें आठ लड़के और 15 लड़कियां शामिल हैं। इन्होंने अपने रिश्ते पहले से तय किए हुए हैं।

उन्होंने कहा कि ”इनका निकाह करवाने के साथ ही धर्म परिवर्तन की औपचारिक प्रक्रिया भी पूरी की जानी है। इसी के तहत इनमें से पांच जोड़ों का चयन पहले चरण में किया गया है।”

मौलाना ने कहा कि प्रशासन को इसमें कोई एतराज होना नहीं चाहिए, क्योंकि वे लोग कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे हैं।

इस बीच, मौलाना तौकीर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नाथ नगरी सुरक्षा समूह के दुर्गेश कुमार गुप्ता ने कहा कि ”हिंदू समाज के युवक युवतियों का इस्लाम धर्म के युवक युवतियों से विवाह करना गलत है। इस संबंध में कार्यक्रम आयोजन के लिए मांगी गई अनुमति के विरोध में उनका संगठन जिलाधिकारी को ज्ञापन देगा।”

शिरडी साइन सर्व देव मंदिर के महंत पंडित सुशील पाठक ने कहा कि ”सावन के पवित्र माह में मौलाना का ऐलान कहीं ना कहीं शांति भंग करने की एक साजिश है।”

उन्होंने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री से मौलाना तौकीर के आयोजन को अनुमति न देने की मांग की है।

पुलिस अधीक्षक (नगर) राहुल भाटी ने बताया कि मोहर्रम चल रहा है और सावन भी शुरू होने वाला है। ऐसे में पुलिस- प्रशासन की प्राथमिकता शहर में शांति व्यवस्था कायम रखना है।

भाटी ने कहा कि ”किसी कार्यक्रम की वजह से शांतिपूर्ण माहौल में व्यवधान की आशंका होगी तो उसके बारे में विचार किया जाएगा। अनुमति के प्रार्थना पत्र पर पुलिस पूरी पड़ताल के बाद ही रिपोर्ट देगी।”

भाषा सं आनन्द नरेश रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)