हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश), सात नवंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के एक गांव में श्मशान घाट तक जाने वाली सड़क को चौड़ा करने के लिए लोगों ने खुद ही अपने घरों के कुछ हिस्से, मवेशियों के शेड और चारदीवारी को गिरा दिया।
गांव के उप-प्रधान ने बताया कि ग्रामीणों ने सड़क के निर्माण के लिए धनराशि भी दी है।
बिझड़ी विकास खंड के बड़ागांव पंचायत के वार्ड नंबर चार (चठियाल बास) के ग्रामीणों ने गांव के बीच में तीन से चार फुट चौड़े रास्ते की चौड़ाई को और बढ़ाने के लिए आपसी सहमति जताई है।
श्मशान घाट तक जाने वाले दशकों पुराने इस मार्ग पर वाहन नहीं चल पाते हैं जिसके कारण बुजुर्गों और विकलांगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बड़ागांव पंचायत के उप-प्रधान बलराम सिंह ढटवालिया ने बृहस्पतिवार को बताया कि कुछ ग्रामीणों ने अपनी चारदीवारी ढहा दी, जबकि कुछ ने अपने गेट पीछे कर लिए हैं।
उन्होंने बताया कि सभी ग्रामीणों ने हाल ही में एक बैठक की और निर्णय लिया कि अगर किसी की जमीन, घर, पशुशाला या चारदीवारी सड़क निर्माण में बाधा बन रही है तो जमीन मालिक इसे दूर करने में हरसंभव सहयोग करेंगे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि घर भी तोड़ना पड़े, तो कोई भी इनकार नहीं करेगा। इतना ही नहीं, यह भी तय हुआ कि सड़क निर्माण का खर्च सभी लोग मिलकर उठाएंगे।
ग्रामीणों ने डेढ़ किलोमीटर सड़क का 500 मीटर हिस्सा बना लिया है।
उन्होंने बताया कि इसमें अशोक कुमार ढटवालिया, जगदीश ढटवालिया, बक्ताबर सिंह ढटवालिया, सुरेश कुमार, अजय कुमार ढटवालिया और चतर सिंह ढटवालिया ने अहम भूमिका निभाई।
ढटवालिया ने बताया कि ग्रामीणों ने एक समिति भी बनाई है, जिसने सड़क निर्माण तथा इससे जुड़े कामों के लिए धनराशि देने का फैसला किया है और अब तक वे इसके लिए चार लाख रुपये की धनराशि दान कर चुके हैं।
भाषा खारी नरेश
नरेश
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