हिमाचल : हमीरपुर को नजरअंदाज करने के मुख्यमंत्री के आरोपों पर जयराम ठाकुर का पलटवार |

हिमाचल : हमीरपुर को नजरअंदाज करने के मुख्यमंत्री के आरोपों पर जयराम ठाकुर का पलटवार

हिमाचल : हमीरपुर को नजरअंदाज करने के मुख्यमंत्री के आरोपों पर जयराम ठाकुर का पलटवार

:   Modified Date:  July 4, 2024 / 07:12 PM IST, Published Date : July 4, 2024/7:12 pm IST

हमीरपुर, चार जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने विकास के मामले में हमीरपुर को नजरअंदाज करने के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के आरोपों पर बृहस्पतिवार को पलटवार किया।

ठाकुर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”मुख्यमंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान हमीरपुर सहित राज्य के सभी हिस्सों के साथ समान व्यवहार किया गया। हमीरपुर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गढ़ माना जाता है। हमीरपुर में आज जो भी विकास दिखाई देता है वह पिछली भाजपा सरकार के कारण ही संभव हुआ है।”

मुख्यमंत्री सुक्खू ने बुधवार को आरोप लगाया था कि जयराम ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को कमजोर करने के लिए हमीरपुर को नजरअंदाज किया।

सुक्खू ने कहा, ‘‘प्रेम कुमार धूमल की हार के कारण हमीरपुर जिले को भारी नुकसान उठाना पड़ा, क्योंकि जयराम ठाकुर ने जिले के साथ भेदभाव किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जयराम सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान न तो हमीरपुर से किसी को मंत्री बनाया गया और न ही हमीरपुर जिले में किसी तरह का कोई विकास कार्य किया गया।’’

देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव 10 जुलाई को होना है। तीन निर्दलीय विधायकों ने फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान किया था और विधानसभा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे, जिसके बाद इन तीन सीट पर उपचुनाव हो रहा है।

ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री को जनता के सामने स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने पिछले 15 महीने के दौरान हमीरपुर के लिए क्या किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हमीरपुर के अंतर्गत नादौन के अपने खुद के क्षेत्र को विकसित कर पाने में विफल रहे हैं।

ठाकुर ने हमीरपुर में सिलसिलेवार जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर वह सुक्खू की जगह होते तो अपने खुद के क्षेत्र में विकास न कर पाने के लिए वह इस्तीफा दे देते।

उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वह (सुक्खू) सभी विधायकों को साथ लेकर चलने में पूरी तरह विफल रहे हैं। यही कारण है कि आज प्रदेश की राजनीतिक स्थिति अलग दिशा में जा रही है।

ठाकुर ने कहा कि अगर सभी विधायकों का काम समय पर होता और उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता तो ऐसी स्थिति पैदा ही नहीं होती।

भाषा जितेंद्र वैभव

वैभव

 

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