गाजीपुर: अपने नफरती भाषण के लिए कुख्यात हो चुके समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से हिन्दू धर्म और अयोध्या में हुए भगवान राम के प्राण-प्रतिष्ठा पर निशाना साधते हुए विवादित बातें कही हैं। उन्होंने न सिर्फ भाजपा, आरएसएस पर सवाल उठायें बल्कि प्राण-प्रतिष्ठा कोई लेकर भी आपत्तिजनक बातें कही। मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ स्वामी प्रसाद गाजीपुर के लंका मैदान में जननायक कर्पूरी ठाकुर के जन्म शताब्दी की पूर्व संध्या समारोह में पहुंचे थे जहाँ उन्होंने अपने सम्बोधन में ये विवादित बयान दिए। वे यहाँ मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे।
स्वामी प्रसाद नेअपने उद्बोधन में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा को ढोंग, आडम्बर और पाखंड करार दिया। मौर्य ने कहा कि भगवान, जो सबका कल्याण करते हैं आखिर उन्हें प्राण-प्रतिष्ठा की क्या आवश्यकता? मौर्या ने सवाल पूछा कि अगर किसी पत्थर को इस तरीके से सजीव किया जा सकता हैं तो फिर मुर्दे क्यों नहीं चल सकते?
मौर्य ने आगे कहा कि यह सरकार की बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश हैं। यह कार्यक्रम पूरी तरह से भाजपा और आरएसएस का था। ऐसा इसलिए क्योंकि इस कार्यक्रम में ना ही शंकराचार्य आएं और न ही राष्ट्रपति। सत्ता में बैठे हुए लोग अपने पाप को छुपाने के लिए इस तरह के ड्रामा का सहारा ले रहे है।