शिक्षा और अध्यात्म का समावेश करके ही पाई जा सकती है अराजकता से मुक्ति : योगी आदित्यनाथ |

शिक्षा और अध्यात्म का समावेश करके ही पाई जा सकती है अराजकता से मुक्ति : योगी आदित्यनाथ

शिक्षा और अध्यात्म का समावेश करके ही पाई जा सकती है अराजकता से मुक्ति : योगी आदित्यनाथ

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Modified Date: September 29, 2024 / 02:20 PM IST
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Published Date: September 29, 2024 2:20 pm IST

गोरखपुर, (उप्र) 29 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि शिक्षा और अध्यात्म का समावेश करके ही अराजकता से मुक्ति पाई जा सकती है।

आदित्यनाथ ने गुरुकुलों में हवन की पुरानी आर्य समाज पद्धति का अनुसरण किए जाने पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने रविवार को यहां मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय में नवनिर्मित सभागार, पांच कक्षों और प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया।

उन्होंने गुरुकुल के पुनरुद्धार के लिए ‘गोरखपुर गुरुकुल सोसाइटी’ के अधिकारियों को बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने एक करोड़ पांच लाख रुपये की निधि से यह निर्माण कार्य समय पर पूरा किया।

रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण समारोह में कहा, ‘‘गुरुकुलों में यज्ञ और हवन की पुरानी आर्य समाज पद्धति का अनुसरण होना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब तक गुरुकुलों में यह परंपरा जीवित रही, तब तक वहां का वातावरण आध्यात्मिक और अनुशासनपूर्ण था, जिससे पठन-पाठन के बेहतरीन परिणाम सामने आते थे।’’

योगी ने कहा कि आज के समय में शिक्षा और अध्यात्म का समावेश करके ही अराजकता से मुक्ति पाई जा सकती है।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर गुरुकुल विद्यालय को शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास पर भी जोर देने को कहा।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर गुरुकुल विद्यालय की स्थापना 1935 में हुई थी। आजादी से पूर्व इस गुरुकुल में आध्यात्मिक और राजनीतिक गतिविधियों के कारण तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने इसे पांच साल के लिए बंद कर दिया था।

भाषा आनन्द नेत्रपाल सिम्मी

सिम्मी

 

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