आगरा में सपा सांसद के आवास पर हमले के अगले दिन ‘अज्ञात भीड़’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज |

आगरा में सपा सांसद के आवास पर हमले के अगले दिन ‘अज्ञात भीड़’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

आगरा में सपा सांसद के आवास पर हमले के अगले दिन ‘अज्ञात भीड़’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

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Modified Date: March 27, 2025 / 02:34 PM IST
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Published Date: March 27, 2025 2:34 pm IST

आगरा (उप्र), 27 मार्च (भाषा) आगरा में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन के आवास पर कथित तौर पर कर्णी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को पुलिस ने ‘अज्ञात भीड़’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

सुमन के बेटे रंजीत सुमन की शिकायत पर हरिपर्वत पुलिस थाने में दंगा, हत्या के प्रयास, घर में जबरन घुसने और डकैती के आरोपों के तहत ‘‘सैकड़ों अज्ञात लोगों की अनियंत्रित भीड़’’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

आगरा में सांसद के घर पहुंचे सपा नेता राम गोपाल यादव ने आरोप लगाया कि हमला पूर्व नियोजित था और अधिकारियों को इसकी जानकारी थी, फिर भी उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पास में ही एक कार्यक्रम में मौजूद थे, लेकिन प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।

उन्होंने कहा, ‘‘हमलावर बुलडोजर, लाठी, डंडे और तलवार लेकर आ रहे थे। इसके बाद भी उन्हें नहीं रोका गया। इसका क्या मतलब निकाला जाए? हमलावरों को शासन का पूरा सहयोग रहा। इस मुद्दे को लेकर सपा ईद के बाद आंदोलन करेगी।’’

यादव ने कहा कि यह पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) समाज पर हमला है।

कर्णी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार अपराह्न करीब एक बजे हरिपर्वत चौराहा के पास स्थित सांसद के आवास में तोड़फोड़ की और मकान के बाहर खड़ी कई कारों को नुकसान पहुंचाया।

इस घटना के एक वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी उत्पात मचा रही भीड़ से भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।

यह घटना ऐसे समय में हुई जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक जनसभा के लिए शहर में ही थे।

हाल में सुमन का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि राणा सांगा ‘गद्दार’ थे, जिन्होंने बाबर को इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था। राणा सांगा 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे।

सुमन की टिप्पणी का जिक्र करते हुए करणी सेना प्रमुख अमू ने मांग की कि राज्यसभा सदस्य और उनकी पार्टी के प्रमुख को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि सुमन की टिप्पणी से मुगलों को हराने वाले नायक का अपमान हुआ है।

सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में अमू ने कहा, ‘करणी सेना के कार्यकर्ताओं को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, अपना विरोध लोकतांत्रिक रखना चाहिए और पुलिस और प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। जहां तक सांसद के घर को हुए नुकसान का सवाल है, हम उन्हें नयी कुर्सियां ​​मुहैया कराएंगे और क्षतिग्रस्त कारों के विंडशील्ड बदलवाएंगे।’’

भाषा सं राजेंद्र खारी

खारी

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)