विचाराधीन कैदी के परिजनों ने किया उसका अंतिम संस्कार |

विचाराधीन कैदी के परिजनों ने किया उसका अंतिम संस्कार

विचाराधीन कैदी के परिजनों ने किया उसका अंतिम संस्कार

:   Modified Date:  September 9, 2024 / 09:34 PM IST, Published Date : September 9, 2024/9:34 pm IST

बलिया, नौ सितम्बर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मऊ जिला कारागार में बंद एक विचाराधीन कैदी का शव फांसी पर लटका मिला। कैदी के परिजनों ने उसका शव लेने से मना कर दिया, हालांकि अधिकारियों द्वारा मामले में जांच का आश्वासन दिये जाने के बाद परिजनों ने सोमवार की शाम को उसका अंतिम संस्कार कर दिया।

मृतक की पत्नी का आरोप है कि कारागार में उसके पति की जान ले ली गई है।

बलिया जिले के उभांव थाने के प्रभारी विपिन सिंह ने सोमवार की शाम बताया कि ”प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के समझाने पर मुकेश यादव के परिजन सोमवार को अपरान्ह शव ले लिये और उसका अंतिम संस्कार कर दिया।”

उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंचे अपर जिलाधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार झा ने परिजनों को शासन की तरफ से आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया तथा यह भी स्पष्ट कहा कि मुकेश के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने और गिरफ्तारी के मामले की जांच होगी तथा जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।

अधिकारियों ने बताया कि मऊ जिला जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी का शव शनिवार को फांसी पर लटका मिला। पुलिस के अनुसार जिले के उभांव थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले दुष्कर्म के आरोपी मुकेश यादव (25) ने शनिवार की दोपहर मऊ के जिला कारागार में शौचालय में कथित रूप से गमछे के जरिए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

उन्होंने कहा कि मुकेश का शव पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को उसके गांव आया।

इसके पहले बलिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रांत वीर ने सोमवार को बताया कि परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया है और मौके पर पहुंचे पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

पुलिस के अनुसार मुकेश के विरुद्ध उभांव थाने में गत 21 फरवरी को एक किशोरी को अगवा कर बलात्कार करने के आरोप में भारतीय दण्ड संहिता एवं पॉक्सो अधिनियम की सुसंगत धारा में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था, गिरफ्तारी के बाद मुकेश न्यायिक हिरासत में मऊ के जिला कारागार में बंद था।

बलात्कार की भुक्तभोगी पीड़िता ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि उसने मुकेश के साथ मंदिर में विवाह किया था। उसने आरोप लगाया कि वह और मुकेश बालिग हैं तथा पुलिस ने उसके परिजन की तहरीर पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की है।

महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति की कारागार में जान ली गई है। इससे पहले मुकेश के परिजनों ने पोस्टमार्टम से इंकार करते हुए पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

परिजनों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच, पचास लाख रुपये के मुआवजे और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। मुकेश के चाचा हरिनारायण यादव ने भी आरोप लगाया कि मुकेश की कारागार में हत्या की गई है।

बलिया का जिला कारागार नए भवन के निर्माण के लिए कारागार विभाग द्वारा पूरी तरह से खाली करा दिया गया है। बलिया के सभी कैदी मऊ और आजमगढ़ जिला कारागार में भेजे गए हैं।

भाषा सं आनन्द रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)