एटा (उप्र), 12 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के एटा जिले के जसरथपुर थाना क्षेत्र में छह दिन पहले एक महिला की हत्या के मामले में चौंकाने वाला राजफाश करते हुए पुलिस ने उसकी नाबालिग बेटी को हिरासत में ले लिया और बेटी के प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार महिला खुद ही अपनी रची साजिश का शिकार हो गयी, जिस हत्यारे को उसने अपनी बेटी की हत्या की सुपारी दी थी, उसने उसकी बेटी द्वारा शादी का प्रस्ताव दिये जाने के बाद सुपारी देने वाली महिला को ही मौत की नींद सुला दी।
उन्होंने बताया कि रोंगटे खड़े कर देने वाले इस मामले में बेटी ने अपने इस कथित प्रेमी के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या कर दी, जिसने पहले उसकी हत्या की योजना बनाई थी।
जसरथपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि छह दिन पहले बाजरे के खेत में मिली एक महिला के शव की पहचान अलका (36) के तौर पर की गयी थी, वह अल्लाहपुर की रहने वाली थी।
एसएचओ ने बताया, ‘इस मामले की जांच में चौंकाने वाली कहानी सामने आयी। दरअसल, अलका अपनी बेटी के गलत व्यवहार और उसके भाग जाने से नाराज थी, जिसके चलते उसने भाड़े के हत्यारे सुभाष के जरिए अपनी बेटी की हत्या की साजिश रची। अलका को पता नहीं था कि भाड़े का यह हत्यारा उसकी बेटी से मिला हुआ है, और उसकी ही मौत का कारण बन जाएगा।”
सिंह ने बताया, ”अलका बेटी ने सुभाष के साथ मिलकर अपनी मां की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को बाजरे के खेत में फेंक दिया था।’
पुलिस के अनुसार करीब आठ महीने पहले अलका की बेटी को उसके गांव का ही अखिलेश भगा कर ले गया था। अलका ने अखिलेश के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके चलते उसे जेल जाना पड़ा। दो महीने पहले अखिलेश जेल से रिहा हुआ। इसके बाद अलका ने अपनी बेटी को अकराबाद जिला फर्रुखाबाद स्थित अपने मायके भेज दिया।
पुलिस के अनुसार अकबराबाद में अलका की बेटी ने सुभाष के साथ अवैध संबंध बनाए, जो एक अपराधी था और एक महिला के साथ बलात्कार के आरोप में 10 साल की सजा काटकर फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से रिहा हुआ था। सुभाष अलका को भी जानता था। अलका अपनी बेटी के खराब चरित्र से तंग आकर उसकी हत्या कराना चाहती थी।
उन्होंने बताया कि इस बीच अलका ने बेटी की हत्या के लिए सुभाष को ही 50,000 रुपये में सुपारी दी, जबकि उसे यह नहीं पता था कि सुभाष उसकी बेटी का दूसरा प्रेमी बन गया है और इस साजिश के तहत अलका 27 सितंबर को अपनी बेटी को मायके से वापस ले आई और उसे सुभाष को सौंप दिया।
उन्होंने बताया कि सुभाष अपनी प्रेमिका को आगरा की मधु विहार कॉलोनी में अपने दोस्त के घर ले गया और वहां रखा। इसके बाद उसने बेटी की हत्या की फर्जी तस्वीरें अलका को भेजीं और जब अलका को उस पर यकीन नहीं हुआ तो सुभाष ने उसे आगरा बुलाया, जहां तीनों फिर से मिले।
एसएचओ ने बताया, ‘प्रेमी (सुभाष) के जरिये जब नाबालिग किशोरी को पता चला कि उसकी मां अलका उसकी हत्या कराना चाहती है तो वह सुभाष को शादी का प्रस्ताव देकर अपनी मां की हत्या के लिए राजी कर लिया। अपनी हत्या की साजिश की पूरी कहानी सामने आने के बाद चालाक बेटी ने सुभाष के साथ मिलकर अलका की गला घोंटकर हत्या कर दी।’
एसएचओ ने बताया कि इस जांच में निगरानी टीम द्वारा संबंधित लोगों की काल डिटेल जांच करने से कई कडियां आपस में जुड़ती गयी और इस मामले का राजफाश करने में सहायक बनीं। हालांकि महिला की हत्या के बाद पुलिस ने इस मामले में अलका के पति रमाकांत की तहरीर पर बेटी के पहले प्रेमी अखिलेश समेत दो लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी, लेकिन जांच के दौरान असलियत सामने आ गयी।
मृतक अलका की बेटी 17 साल की है और 12वीं कक्षा की छात्रा है। पुलिस ने असली हत्यारे सुभाष को गिरफ्तार कर लिया और नाबालिग बेटी को पकड़कर संरक्षण गृह भेज दिया।
भाषा सं आनन्द रंजन
रंजन
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