उत्तर प्रदेश। देश में इन दिनों कई अस्पतालों से लापरवाही के कई बड़े मामले सामने आए हैं। ऐसा ही एक लापरवाही का मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक प्राइवेट अस्पताल से सामने आया है। यहां डिलीवरी कराने आई महिला के ऑपरेशन के दौरान बच्चेदानी के साथ-साथ पेशाब नली में भी टांका लगा दिया गया। इतना ही नहीं इलाज के नाम पर आठ दिनों तक अस्पताल में भर्ती रखा गया। जब महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उसे गोरखपुर रेफर कर दिया गया।
यह पूरा मामला वरिया के बघौचघाट थाना इलाके के मुंडेरा गांव का है, जहां रहने वाले राम सागर पटेल की बहू गर्भवती थी। 19 जनवरी को अचानक पेट में दर्द हुआ तो वे पथरदेवा कस्बे के एक प्राइवेट अस्पताल लेकर गए, जहां मरीज को भर्ती कर दिया गया और यहां के मेडिकल स्टाफ द्वारा बताया गया कि बच्चा नार्मल नही पैदा हो पाएगा, जिसके बाद ऑपरेशन किया गया। हालांकि बच्ची स्वस्थ पैदा हुई, लेकिन उनकी बहू की तबीयत बिगड़ने लगी। जब बहू को दूसरे अस्पताल में भर्ती किया गया तब पता लगा, कि हिला की बच्चेदानी के साथ पेशाब नली को भी सिल दिया गया है।
डॉक्टरों ने जानकारी दी कि महिला की बच्चेदानी के साथ पेशाब नली को भी सिल दिया गया है। महिला की हालत ज्यादा बिगड़ गई है। उसकी किडनी भी खराब हो गई है, जिसकी वजह से डायलिसिस कराना पड़ रहा है। महिला के ससुर ने डीएम और सीएमओ को पत्र लिखा है, जिसमें डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। वहीं, शिकायत मिलने के बाद सीएमओ ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि पथरदेवा कस्बे में बना ये अस्पताल काफी समय से चल रहा है और इसमें कई मरीजों की जान जा चुकी है। वहीं, ये अस्पताल पहले भी सील किया जा चुका है। लेकिन ये फिर कैसे शुरू हो गया ये कई बड़े सवाल खड़े कर रहा है। वहीं, इस मामले में शिकायत मिलने पर सीएमओ डाक्टर राजेश झा के निर्देश पर नोडल डिप्टी सीएमओ डॉक्टर आरपी यादव के नेतृत्व में टीम गठित की है। साथ ही अस्पताल के कागजात देखे जा रहे हैं और डॉक्टर्स की डिग्री चेक की जा रही है।
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