वाराणसी । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को फार्मा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों, हित धारकों और उद्यमियों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंन कहा, ‘‘मैं आप सभी को आमंत्रित करता हूं कि आप उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आगे आएं।” दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने बाबतपुर स्थित एक कॉलेज प्रांगण में ‘फार्मा क्षेत्र में विकास के अवसर’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आने वाले समय में फार्मा का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरने जा रहा है।
उन्होंन कहा कि इसके अलावा प्रदेश में फार्मा क्षेत्र के लिए पर्याप्तमानव संसाधन, बेहतर सड़क संपर्क, पर्याप्त भूमि कोष और सुरक्षित माहौल उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने फार्मा क्षेत्र के अनुसंधानकर्ताओं और छात्र-छात्राओं से गुणवत्ता के साथ समयबद्ध तरीके से कार्य करने का आह्वान किया और कहा कि विगत नौ साल में फार्मा क्षेत्र में बहुत से नये कार्य हुए हैं, यही कारण है कि आज भारत विश्व के फार्मा बाजार में बड़ी भूमिका में नजर आ रहा है।
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योगी ने कहा कि ”फार्मा क्षेत्र बहुत बड़ा है, गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए हम समयबद्ध तरीके से कार्य करेंगे, तो भारत के साथ-साथ दुनिया के बाजार पर हमारा कब्जा हो सकता है। हमें इस क्षेत्र में और प्रयास करने होंगे, जो नए अनुसंधान और पेटेंट हुए हैं उनमें भारत ने बेहतरीन कार्य किये हैं। हमें दस्तावेजीकरण, प्रकाशन, अनुसंधान की संभावनाओं और पेटेंट की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाना होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि ”लगभग 30 करोड़ लोग उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर निर्भर हैं। लखनऊ और पटना के बीच दवा के केवल दो बड़े बाजार वाराणसी और गोरखपुर में हैं। पटना तक दवा की आपूर्ति वाराणसी से और काठमांडू तक दवा की आपूर्ति गोरखपुर से होती है। ऐसे में इस क्षेत्र में बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। हमें अनुसंधान कार्य के साथ ही नये संस्थानों का भी निर्माण करना होगा।” उन्होंने कहा कि भारत ने ठान लिया है तो दुनिया के मंच पर भारत की प्रतिभा अवश्य छाएगी।