उन्नाव (उप्र), 11 जुलाई (भाषा) आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर दूध के कंटेनर और डबल डेकर बस हादसे में मारे गये सभी 18 यात्रियों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके घर रवाना कर दिये गये हैं। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
उधर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर दूध के कंटेनर में पीछे से टक्कर मार कर दुर्घटनाग्रस्त हुई डबल डेकर के बारे में परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह बस परिचालन के लिए ‘अनुपयुक्त’ थी।
पुलिस ने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच शुरू कर दी है। बस के संचालक, स्वामी और ड्राइवर पर थाना बेहटा मुजावर में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है।
बुधवार को हुए इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गयी थी तथा 19 अन्य घायल हो गये थे।
उन्नाव के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि बुधवार और बृहस्पतिवार की दरमियानी रात करीब एक बजे पोस्टमार्टम के बाद 15 शवों को प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई एंबुलेंस से उनके पैतृक स्थान भेज दिया गया।
सीएमओ ने बताया, ‘शेष तीन शवों का पोस्टमार्टम बृहस्पतिवार सुबह करीब 10 बजे पूरा हुआ। इन शवों को भी एंबुलेंस से उनके पैतृक स्थान भेज दिया गया।’
इस बीच, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) अरविंद सिंह ने बताया कि जो बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है वह संचालन के लिहाज से ‘अनफिट’ थी।
उन्होंने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त बस मेसर्स के सी जैन ट्रैवल्स जोधपुर, राजस्थान की है जो उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के मवई खुर्द स्थित पुष्पेन्द्र सिंह के पते पर पंजीकृत है। उक्त बस परिचालन के लिए अनुपयुक्त पाई गई।’
सिंह ने बताया इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर अनफिट बस का संचालन किया जाना इरादतन जानमाल का नुकसान करने का कृत्य है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अरविंद सिंह की तहरीर पर वाहन के मालिक, बस चालक समेत तीन लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 233 (झूठे साक्ष्य का उपयोग करना), 106-1 (लापरवाही के कारण मौत), 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामले के जांच अधिकारी (आईओ) फूल सिंह ने कहा, ‘सबूत मिलने के बाद गिरफ्तारी की जाएगी।’
अधिकारी ने बताया कि मृतकों में मेरठ के एक परिवार के छह सदस्य शामिल हैं, जिनकी पहचान अशफाक (45), रूबी (40), गुलनाज (12), सुहैल (4), सोनू (32) तथा सोनी (28) के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि इस घटना में बिहार के निवासी बस चालक अखलाक (49) और दूध कैंटर चालक रायबरेली के निवासी सुनील कुमार (35) की भी मौत हो गयी है, दो अन्य मृतकों की पहचान बिहार के दीपक कुमार (27) और बिहार के ही शिव दयाल (28) के रूप में हुई है।
शेष आठ की पहचान मुर्तजा (53), भरत राय (45), अनिल राय (41), हिमांशु (23) नौशाद (41), रामचंद्र साहनी (40) और शाहिद अली (45), सतेंद्र राय (30) के रूप में हुई। सभी मृतक उत्तर प्रदेश और बिहार के अलग-अलग जिलों के मूल निवासी हैं।
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बुधवार को बताया था कि बिहार से दिल्ली जा रही इस निजी बस में करीब 60 यात्री सवार थे, जो अलग अलग स्थानों से सवार हुए थे।
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विवेक गुप्ता ने बताया कि हादसे में घायल हुए 16 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में से छह को गंभीर चोटें आने के कारण बुधवार को लखनऊ और कानपुर के ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया है।
गुप्ता ने बताया, ‘शेष 10 घायलों में से पांच की हालत में सुधार होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अन्य पांच का अभी भी इलाज चल रहा है। सभी की हालत खतरे से बाहर है।’
भाषा सं जफर नरेश रंजन
रंजन
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