लखनऊ, आठ जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि आज भाजपा के साइबर योद्धाओं और वालंटियर के शंखनाद से अखिलेश यादव घबरा गये हैं।
सिंह ने शनिवार को ट्वीट किया, ” महाभारत में शंखनाद की ध्वनि से अधर्मी भयभीत हो गये थे — आज भाजपा के साइबर योद्धाओं और वालंटियर के शंखनाद से अखिलेश यादव घबरा गये हैं।”
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने की अपील थी की कि क्षेत्रीय दलों को भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उचित स्थान मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि डिजिटल प्लेटफार्म पर सरकार और विशाल वित्तीय संसाधनों के कारण भाजपा का दबदबा है।
यादव ने आरोप लगाया था, ” हमारी एक तस्वीर लगा कर झूठ और दुष्प्रचार करने के मामले में दिल्ली में बैठने वाले भाजपा आईटी सेल के प्रभारी के खिलाफ समाजवादी पार्टी का विधि प्रकोष्ठ मुकदमा दर्ज कराएगा।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में सात चरणों के मतदान के दौरान आभासी रैलियों को आयोजित करने के लिए संसाधनों के अभाव वाले छोटे दलों को सहायता करने के लिए भी चुनाव आयोग से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि वह (आयोग) पार्टियों को डिजिटल रैलियों का जरूरी ढांचा तैयार करने के लिए कुछ कोष की व्यवस्था भी करे।
चुनाव की तारीख तय होने पर सपा प्रमुख ने कहा ” ये तारीखें बदलाव की हैं। शुरुआत 10 फरवरी से हो रही है और 10 मार्च तक परिणाम आएगा। चुनाव आयोग द्वारा रखी गई शर्तों का पालन किया जाएगा। दस मार्च के बाद भाजपा का साफ होना तय है।”
बाद में जारी एक बयान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने विधानसभा चुनावो की घोषणा का स्वागत करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से पुन: कमल खिलाने की अपील की और यह दावा किया कि भाजपा तीन सौ से अधिक सीटें जीतेंगी।
सिंह ने अपने आवास पर पत्रकारों से कहा, ”2022 का विधानसभा चुनाव कामदारों और नामदारों के बीच होना है। भाजपा कामदारों की पार्टी है, जिसने गांव, गरीब, किसान, युवा महिला, श्रमिक, वंचित, पिछड़े और दलितों का कल्याण करने के लिए अनथक परिश्रम किया है।”
उन्होंने कहा ” नामदार वे हैं जिनके लिए परिवार ही पार्टी है, उसके विकास के लिए जिन्होंने प्रदेश के संसाधनों को लूटा, उसे भ्रष्टाचार के दलदल में डुबोया, दंगे-फसाद कराकर बहन-बेटियों और प्रदेशवासियों को असुरक्षा और डर के माहौल में जीवन जीने को मजबूर किया। माफिया वादी संस्कृति का पोषण किया।”
उन्होंने कहा कि ”इन नामदारों के चेहरे बेनकाब हो चुके हैं। ‘झूठे वादे करना और झूठे आरोप लगाना समाजवादी पार्टी का चरित्र है , इनकी यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। वह कुछ भी कर लें गरीबों के हक की लूट का दाग इनके दामन से जाने वाला नहीं है।”
सपा के दावे पर उन्होंने कहा कि जनता अखिलेश यादव को खुद ही आने नहीं देगी, 10 मार्च को सपा, बसपा और कांग्रेस सभी परास्त होने वाले हैं।
भाषा आनन्द राजकुमार
राजकुमार
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