आगरा: Female inspectors will not spend night in station जिले में पदस्थ आशिक मिजाज दरोगा की करतूत के बाद अब पुलिस विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। सीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा ने महिला दरोगाओं की बैठक लेकर उनकी समस्याएं सुनीं और ये भी निर्देश दिया गया है कि अब रात में महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रात में थाने में नहीं लगाई जाएगी। इस दौरान महिला दरोगाओं ने अपने साथ हो रही ज्यादती को लेकर भी खुलकर अपनी बात रखी।
Female inspectors will not spend night in station इस दौरान प्रशिक्षु महिला दरोगाओं से कहा गया कि कोई सीनियर उन पर कोई दबाव बनाए तो वह अधिकारियों को बताएं। हमराह में जाने की आवश्यकता नहीं है। किसी कारणवश जाना पड़े तो एक महिला पुलिस और साथ लेकर जाएं। किसी सिपाही से ज्यादा मतलब नहीं रखें। कई बार ऐसा होता है कि बाद में पता चलता है कि जिससे दोस्ती हुई वह शादीशुदा है।
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बैठक में महिला दरोगाओं से पूछा गया कि उन्हें किस-किस बात पर आपत्ति है। हिम्मत जुटाकर दो महिला दरोगाओं ने बताया कि एसीपी देर रात अपने फ्लैट पर अर्दली रूम के लिए बुलाते हैं। घंटों रोककर रखते हैं। खुद कुर्सी पर बैठे रहते हैं। उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं देते। अर्दली रूम के लिए रात को अचानक फोन आता है। उस समय वे घर पर होती हैं।
बता दें कि बैठक के दौरान खुलासा हुआ कि सिटी जोन में तैनात एक एसीपी रात को अपने फ्लैट पर अर्दली रूम (ओआर) लेते हैं। घंटों महिला दरोगाओं को खड़ा रखते हैं। बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं देते। इतना ही नहीं कई थाना प्रभारियों के बारे में भी ऐसी ही शिकायतें सामने आई। पुलिस आयुक्त ने सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं। निलंबित हुए इंस्पेक्टर एत्मादुद्दौला दुर्गेश कुमार मिश्रा पर आरोप है कि वह प्रशिक्षु महिला दरोगा को कमरे में सोने बुलाते थे। शिकायत के बाद उन्हें निलंबित किया गया था। वहीं, एसएसआई अमित प्रसाद का भी निलंबन हुआ था। यह मामला प्रदेशभर में छाया हुआ है।