आगरा जिला जेल में महिला बंदियों के बच्चों के भविष्य को संवारने की पहल, बनाया 'बच्चों का कोना' |

आगरा जिला जेल में महिला बंदियों के बच्चों के भविष्य को संवारने की पहल, बनाया ‘बच्चों का कोना’

आगरा जिला जेल में महिला बंदियों के बच्चों के भविष्य को संवारने की पहल, बनाया 'बच्चों का कोना'

:   Modified Date:  December 10, 2022 / 10:13 PM IST, Published Date : December 10, 2022/10:13 pm IST

आगरा, 10 दिसंबर (भाषा) आगरा जिला जेल के अधिकारियों ने जेल में बंद महिला कैदियों के बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करने तथा उनके भविष्य को संवारने के लिये पहल की है।

जेल के अधिकारियों ने इन बच्चों के भविष्य निर्माण के लिये कारा परिसर में ‘किड्स कॉर्नर जोन’ बनाया है जहां शिक्षक बच्चों को कक्षा में व्यस्त रखने के लिए कैरम और लूडो जैसे बोर्ड गेम भी खेलते हैं।

जिला जेल अधिकारी के अनुसार कारा में अभी 146 महिला कैदी हैं और शून्य से छह साल के बीच की उम्र के छह बच्चे हैं । इनमें से केवल तीन को जिला जेल में बने जोन में शिक्षित किया जा रहा है ।

अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा, आगरा के बेसिक शिक्षा विभाग के दो शिक्षक 18-21 वर्ष की आयु के 41 युवाओं को पढ़ा रहे हैं ।

आगरा के जिला जेल अधीक्षक पी डी सलोनिया ने बताया, ‘‘महिला कैदियों के तीन बच्चों को जिला जेल परिसर में स्थित क्रेच में शिक्षित किया जा रहा है। महिला कैदियों के साथ कुल छह बच्चे हैं। इन बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए किड्स कॉर्नर जोन में बेसिक शिक्षा विभाग के दो शिक्षकों को नियुक्त किया गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस जोन में बच्चों के लिए खिलौने, कैरम बोर्ड और लूडो गेम हैं, दीवार पर चित्र आदि लगाये गये हैं। उन्हें फलों और अक्षरों के चित्रों की मदद से पढ़ाया जाता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसका उद्देश्य बच्चों को अक्षरों तथा सामान्य जागरूकता की मदद से प्रशिक्षित करना तथा उन्हें भविष्य के लिए मानसिक एवं शारीरिक रूप से तैयार करना है।’’

जेल परिसर में पढ़ाने वाली शिक्षिका रितु गर्ग ने बताया कि शिक्षण को प्रभावशाली बनाने के लिए पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियां भी कराई जाती हैं।

भाषा रंजन रंजन पवनेश

पवनेश

 

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