Gandhi Ji Death Anniversary: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 74वीं पुण्यतिथि है। साल 1948 में आज के दिन ही यानी 30 जनवरी के दिन ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आज का दिन इतिहास में देश को सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए आजादी दिलाने वाले प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी मोहनदास करमचंद गांधी की पुण्यतिथि के तौर पर हमेशा के लिए दर्ज है।
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इस मौके पर भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री, राजधानी दिल्ली पहुंचते हैं और गांधी जी के योगदान को याद करते हुए राजघाट स्थित उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस दौरान पूरा देश बापू को याद कर दो मौन रखता है।
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बापू की पुण्यतिथि आद देश के तमाम नेता उन्हें याद कर रहे हैं। राहुल गांधी ने भी एक ट्वीट के जरिए राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी। सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गाँधी जी नहीं रहे। जहां सत्य है, वहां आज भी बापू ज़िंदा हैं!
एक हिंदुत्ववादी ने गाँधी जी को गोली मारी थी।
सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गाँधी जी नहीं रहे।जहाँ सत्य है, वहाँ आज भी बापू ज़िंदा हैं!#GandhiForever pic.twitter.com/nROySYZ6jU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2022
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महात्मा गांधी का नाम ना केवल भारतीय जनमानस में बल्कि पूरी दुनिया में स्थायी छाप की तरह मौजूद है। 13 जनवरी 1948 को उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम एकता बनाए रखने और साम्प्रदायिक उन्माद के खिलाफ कलकत्ता में आमरण अनशन शुरू किया था। ये उनके जीवन का आखिरी अनशन था।
18 जनवरी 1948 को अपना अनशन खत्म करने के ठीक 11 दिन बाद 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई। अपनी हत्या से तीन दिन पहले ही गांधीजी दिल्ली में शांति लाने के उद्देश्य से महरौली स्थित कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी दरगाह गए थे। उस समय दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा में जल रही थी। दरगाह छोड़ने से पहले गांधीजी ने लोगों की एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए सांप्रदायिक सद्भाव और एकता का संदेश दिया था।