Geetanjali Devangan topped in Mahasamund district

#स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप 2022 : मम्मी-पापा ने पढ़ाई में दिया सहयोग, महासमुंद जिले में गीतांजलि देवांगन ने किया टॉप, IBC24 ने दिया स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप

#स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप 2022 : मम्मी-पापा ने पढ़ाई में दिया सहयोगः Geetanjali Devangan topped in Mahasamund district

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Modified Date: November 29, 2022 / 02:42 AM IST
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Published Date: July 7, 2022 8:15 pm IST

रायपुरः अपने सामाजिक सरोकारो को निभाते हुए IBC24 समाचार चैनल हर साल स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप सम्मान से जिले की टॉपर बेटियों को सम्मानित करता है। इस वर्ष भी प्रदेश टॉपर बेटी-बेटियों को IBC24 स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप से सम्मानित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षा में महासमुंद जिले की गीतांजलि देवांगन ने अपना परचम लहराया है। कड़ी मेहनत से गीतांजलि देवांगन ने बायो ग्रुप में 463 अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। उनके इस मेहनत के लिए IBC24 समाचार चैनल की ओर से स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप प्रदान किया गया।

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कलेक्टर बनकर करूंगी समाज की सेवाः गीतांजलि

गीतांजलि कहती है कि मुझे उम्मीद और अधिक अंकों की थी। इसलिए रिवैल्युएशन की प्रोसेस की है। अंग्रेजी में मेरे अंक जितने मैंने सोचे थे उससे कम हैं। चूंकि जब हम पूरी ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं तो हमारा विश्वास भी उतना ही ऊंचा होता है। यह होना ही चाहिए। यह विश्वास मैंने हासिल किया है अपनी स्टडी से। रोज 4 से 5 घंटों की पढ़ाई मेरे इस मुकाम की वजह है। हर विषय को पूरी संजीदगी से लिया। स्कूली शिक्षकों का पूरा साथ मिला। घर पर भी सबने मुझे सपोर्ट किया। किस विषय पर कितनी तैयारी की जरूरत है, यह तय किया। अपना वैल्युएशन करती रही। बीच-बीच में खुद को परखना जरूरी होता है। ताकि हमें पता चलता रहे कि हम कितने पानी में हैं। मेरे पापा फैब्रीकेशन की दुकान का संचालन करते हैं। मां गृहिणी हैं। मम्मी-पापा का पूरा सहयोग रहा। उन्होंने जो सपने देखें हैं उन्हें पूरा करना है। मेरा मन चूंकि पढ़ाई-लिखाई में ही अधिक लगता है, इसलिए अपना करियर इसी दिशा में बनाना चाहती हूं। फिलहाल रायपुर के डिग्री गर्ल्स कॉलेज से बीएससी में प्रवेश लिया है। साथ ही साथ यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग ज्वाइन की है। पढ़ाई की रणनीति में और समय बढ़ाया है। मैं चाहती हूं एक दिन जिला कलेक्टर बनूं। क्योंकि जिला कलेक्टर के पास लोगों का अच्छा करने का ज्यादा अवसर रहता है। मुझे पढ़ाई के अलावा खेलना, कूदना भी अच्छा लगता है। समय मिलते ही ड्रॉइंग, डांस को समय देती हूं। यह मेरे शौक हैं। आईबीसी-24 की स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप मुझे मददगार सिद्ध होगी।