राजनांदगांव। चीन के मकाउ शहर में ओपन तीरंदाजी प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर राजनांदगांव लौटे योगेंद्र निर्मलकर का भव्य स्वागत किया गया। योगेंद्र के साथ उनके कोच हीरू साहू के आगमन पर भी स्वागत रैली निकाली गई। राजनांदगांव के रहने वाले योगेंद्र निर्मलकर को मकाउ में विश्व स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में आठवां स्थान हासिल हुआ है। रैंक मेडल हासिल कर योगेंद्र ने अपनी जगह अब अमेरिका में खेली जाने वाली तीरंदाजी प्रतियोगिता में बना ली है। योगेंद्र प्रदेश के पहले खिलाड़ी है जिसने तीरंदाजी में ओपन प्रतियोगिता जूनियर में खेलकर विश्व में आठवां स्थान हासिल किया है।
पढ़ें- लिव इन रिलेशन में रहने वाली प्रेमिका की हत्या कर बन गया साधु, पांच साल बाद कथा
चीन के मकाउ में वर्ल्ड ओपन आर्चरी में आठवें पायदान पर रहे डीपीएस के छात्र योगेंद्र निर्मलकर और इंडिया कोच हीरू साहू गुरुवार को अपने शहर लौटे। रेलवे स्टेशन में गुरुवार की दोपहर उनका स्वागत किया गया।
पढ़ें- राजभाषा आयोग के पहले अध्यक्ष पद्मश्री पं. श्यामलाल चतुर्वेदी का निध…
डीजे की धुन पर वे अपने पिता हेमंत निर्मलकर, डीपीएस के स्टाफ व छात्रों के साथ शहर में भ्रमण करते हुए ममता नगर पहुंचे। जहां आरती उतारकर दादी ने स्वागत किया। खेलप्रेमियों ने उन्हें घर तक छोड़ा। पिता हेमंत निर्मलकर ने कहा कि फक्र से उनका सीना चौड़ा हो गया। 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक चीन के मकाउ में इंडोर वर्ल्ड ओपन आर्चरी स्पर्धा आयोजित की गई। इसमें छत्तीसगढ़ के एकमात्र तीरंदाज योगेंद्र निर्मलकर ने हिस्सा लिया।
इंडिया कोच के रूप में सिंघोला के हीरू साहू इस स्पर्धा में शामिल हुए। भारत की ओर से उन्हें प्रतिनिधित्व किया। इस स्पर्धा में योगेंद्र ने अंतिम आठ में अपनी जगह बनाई और मेडल प्राप्त किया। इस स्पर्धा में हरियाणा के कुमार नवीन को मेल-17 वर्ग में ब्रांज मेडल जीता।