मुंबई, पांच मार्च (भाषा) एक महिला ने बंबई उच्च न्यायालय का रुख कर शिवसेना के नेता संजय राउत और अलग रह रहे अपने पति के इशारे पर कुछ लोगों द्वारा पीछा किए जाने और परेशान करने का आरोप लगाया। वहीं, राउत के वकील ने शुक्रवार को अदालत के समक्ष इन दावों को खारिज किया।
पेशे से मनोचिकित्सक महिला (36) ने पिछले महीने दाखिल अपनी याचिका में दावा किया कि राउत और अलग रह रहे पति के इशारे पर कुछ अज्ञात लोग उसका पीछा करते हैं और उसे परेशान करते हैं।
अपनी याचिका में महिला ने कहा कि उसने 2013 और 2018 में भी तीन शिकायतें दर्ज करायी थी लेकिन दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
न्यायमूर्ति एस एस शिंदे की पीठ के समक्ष शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई होने के दौरान राउत के वकील प्रसाद धकेपहलकर ने याचिका का विरोध किया और आरोपों का खंडन किया।
वकील ने कहा, ‘‘वह (याचिकाकर्ता) पारिवारिक दोस्त हैं और राउत की बेटी की तरह हैं। राउत उनके परिवार को अच्छे से जानते हैं। याचिकाकर्ता और उनके पति के बीच रिश्ते ठीक नहीं है और वह सोचती हैं कि राउत उनके पति की मदद कर रहे हैं। इसलिए, इस तरह के आरोप लगाए गए हैं।’’
लोक अभियोजक दीपक ठाकरे ने अदालत को बताया कि 2019 में इनमें से एक प्राथमिकी पर आरोपपत्र दाखिल किया गया था।
अदालत ने पुलिस को याचिकाकर्ता को आरोपपत्र की एक प्रति मुहैया कराने को कहा और मामले को 19 मार्च के लिए सूचीबद्ध किया।
भाषा आशीष माधव
माधव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)