आजमगढ़: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और स्थानीय सांसद अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्य रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे आज तक नहीं बन सका और शिलान्यास के बाद भी प्रधानमंत्री से एक्सप्रेस-वे का दोबारा शिलान्यास कराया गया। यादव सोमवार को पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इसके पहले रविवार की रात से लेकर सोमवार की दोपहर तक उन्होंने कई कार्यक्रमों में भाग लिया। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘अकेले आजमगढ़ जिले में गन्ना किसानों का 52 करोड़ रुपये का भुगतान बाकी है, लेकिन सरकार भुगतान नहीं कर रही है क्योंकि यह मेरा संसदीय क्षेत्र है। मंदुरी हवाई पट्टी तैयार है लेकिन सरकार इसे चालू नहीं कर रही है क्योंकि हम यहां आना शुरू कर देंगे।”
उन्होंने लोगों से पश्चिम बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी को जनादेह देने की अपील करते हुए कहा, ”वह प्रदेश में 2022 के चुनावों में छोटे-छोटे दलों को साथ लेकर बहुमत की सरकार बनायेंगे।” यादव ने यह भी कहा कि ”हम चुनाव की अपनी अगली रणनीति का कतई खुलासा नहीं करेंगे वरना भाजपा साजिशें शुरू कर देगी।” यादव ने कहा कि आजमगढ़ के सठियांव में समाजवादी पार्टी ने सहकारी चीनी मिल लगाई लेकिन सरकार ने यहां ऐसे अधिकारियों को भेज दिया जो इस मशीन के बारे में जानते ही नहीं। उन्होंने दोहराया कि प्रदेश सरकार यहां जानबूझकर विकास कार्य को रोक रही है क्योंकि यह अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के ठेकेदार बदल दिये गये, काम रोका गया और आज तक काम पूरा नहीं हुआ है। एक्सप्रेस-वे के किनारे आजमगढ़, सुल्तानपुर, गाजीपुर में मंडिया बननी थी, लेकिन आज तक उनका काम पूरा नहीं हुआ। किसान यात्रा निकालने के लिए सोमवार को अनुमति नहीं मिलने पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि वह किसानों का समर्थन करते हैं और आरोप लगाया कि किसानों के समर्थन में उतरने वाले उनकी पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस के दम पर सरकार ने घरों में कैद कर दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसा कृषि कानून लायी है जिससे हमारी खेती बर्बाद हो जायेगी, सबकुछ महज कुछ लोगों के हाथों में होगा और वे बाजार को नियंत्रित कर सकेंगे। रविवार की रात पूर्व मंत्री दिवंगत वसीम अहमद के घर पर शोक संवेदना प्रकट करने के बाद सोमवार को अखिलेश यादव कई निजी कार्यक्रमों में शामिल हुए।