कोरिया । जिले के भरतपुर इलाके में लगातार हो रहे रेत के अवैध रूप से उत्खनन और परिवहन को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होता देख आखिरकार ग्रामीण लामबंद हो गए । ग्रामीणों ने भरतपुर के हरचोका इलाके में सीतामढ़ी के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया। प्रदर्शन में पुरुषों के अलावा गांव की महिलाएं भी शामिल हुईं । रात में ग्रामीणों को धमकाने रेत तस्कर के लोग भी पहुंचे और जान से मारने की धमकी देते हुए प्रदर्शन खत्म करने को कहा। लेकिन ग्रामीण अपनी जगह रात भर डटे रहे।
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शनिवार से शुरू हुआ प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा । रविवार की सुबह मौका पाकर रेत तस्कर रेत परिवहन में लगी हाइवा गाड़ियों को लेकर चले गए। पर मवई नदी में लगी पोकलेन मशीन मौके पर ही रही। ग्रामीणों ने एक हाइवा को रोक लिया । प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार अशोक सिंह और जनकपुर थाना प्रभारी विवेक खलखो पुलिस बल के साथ पहुँचे । पुलिस प्रशासन के लोगों ने ग्रामीणों से चर्चा कर प्रदर्शन खत्म करने की बात कही पर ग्रामीण मशीन को जप्त करने की मांग करने के साथ ही धमकी देने वाले माफिया पर कार्यवाही करने की मांग करने लगे।
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इस दौरान ग्रामीण अधिकारियों को पैदल दो किलोमीटर नदी तक ले गए । जब अधिकारी वापस लौटने लगे तो पुलिस की गाड़ी को ग्रामीणों ने रोककर नारेबाजी शुरू कर दी। आखिरकार ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए नदी से दोनों पोकलेन मशीनों को बाहर निकलवाया गया, तब ग्रामीण शांत हुए। ग्रामीणों का साथ देने भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेता भी पहुँचे । लेकिन इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कुछ भी कहने से बचते रहे।
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