रायपुर। कोरोना संक्रमण के चलते हुए लाॅकडाउन के कारण छोटे-मोटे काम कर दैनिक रोजी से गृहस्थी चलाने वालों की छत्तीसगढ़ सरकार ने चिन्ता खुद ली है। सरकार उनकी सुरक्षा के साथ भोजन का भी प्रबंध कर रही है। इन्ही लोगों में दुर्ग जिले के मिलन चौक के अस्थि बाधित दिव्यांग राजकिशोर भी हैं, जिनके परिवार के जीवनयापन की चिन्ता सरकार ने दूर कर दी है।
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राजकिशोर के परिवार में उनकी पत्नी एवं 2 बच्चे हैं। राजकिशोर शीशी बाॅटल की दुकान में रोजी मजदूरी करते हैं, जिससे उनके घर का गुजर बसर होता है। लाॅकडाउन के कारण दुकान बंद हो जाने से उनके परिवार को खाने-पीने में समस्या आने लगी। राजकिशोर ने सुना कि टोल फ्री नम्बर 104 में फोन करने पर सरकार ने मदद का आश्वासन दिया है। तो उन्होंने 104 नम्बर में फोन कर अपनी परेशानी बताई और मदद के लिए कहा।
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इसकी सूचना तुरंत दुर्ग जिले के समाज कल्याण अधिकारी दोनर प्रसाद ठाकुर को दी गई। श्री ठाकुर के निर्देश पर परिवीक्षा अधिकारी कमलेश कुमार पटेल ने राजकिशोर के घर जाकर उनका हाल-चाल पूछा और विभाग द्वारा 10 किलो चावल, 2 किलो दाल, 2 किलो काला चना, 3 किलो पोहा, 300 ग्राम पास्ता, 2 नग साबून, तेल एक किलो, चायपत्ती टाटा 250 ग्राम, शक्कर 2 किलो, पापड़ एक पैकेट, बिस्कुट 3 पैकेट, आलू 2 किलो, प्याज 2 किलो, हरी सब्जियां, क्रीम, मास्क और कुछ राशि दी गई।
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विभाग द्वारा उसके दुकान मालिक से भी बात की गई जिससे वह लाॅकडाउन तक प्रतिमाह 500 रूपए राजकिशोर को देने के लिए तैयार हो गए। दिव्यांग राजकिशोर राशन सामग्री प्राप्त होने पर बहुत खुश हुए और सरकार को मदद के लिए धन्यवाद दिया है।
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